नई दिल्ली: केरल बाढ़ से बेहाल हैं. बाढ़ अब तक साढ़े तीन सौ से ज्यादा जिंदगियां निगल चुकी है, रविवार को भी विनाशकारी लहरों ने थमने का नाम नहीं लिया. आज भी तिरुवंतपुरम, कोल्लम और कासरगोड को छोड़कर बाकी सभी जिलों में बारिश होती रही. लेकिन, अब खतरा टलता दिख रहा है. मौसम विभाग को अगले 4-5 दिन में भारी बारिश की उम्मीद नहीं है. ऐसे में उन्होंने संभावना जताई है कि बाढ़ ग्रस्त इलाकों में स्थिति सामान्य हो सकती है. इससे पहले शनिवार को 33 शव मिले थे, जिसमें से 15 शव पानी में बहकर आए हैं. एक अनुमान के मुताबिक, केरल में करीब 21000 करोड़ रुपए की संपत्ति नष्ट हो चुकी है.

अगले 5 दिन भारी बारिश नहीं: IMD
रविवार शाम केरल के लोगों के लिए अच्छी खबर आई है. मौसम विभाग के अनुमान है कि अगले 4-5 दिन में हालात सामान्य होने के आसार हैं. अगले 5 दिन भारी बारिश नहीं होने की संभावना है. धीरे-धीरे राज्य में बारिश कम हो रही है. इससे रेसक्यू के काम में तेजी आएगी. अभी भी कई जगह लोग बाढ़ की वजह से फंसे हैं. लेकिन, सेना के जवाब उनकी मदद में जुटे हैं.

रेड अलर्ट भी हटाया गया
भयावह बाढ़ की मार झेल रहे केरल के लोगों को जल्‍द ही बाढ़ से राहत मिल सकती है. रविवार को केरल के सभी जिलों से रेड अलर्ट को हटा लिया गया है. इसका मतलब यह हुआ कि अब राज्‍य में बाढ़ के पानी का जलस्‍तर घट रहा है. हालांकि, अभी भी राज्‍य के 10 जिलों में ऑरेंज और 2 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है. इसी के साथ ही इडुक्‍की बांध के दो गेट भी बंद कर दिए गए हैं. वहां का मौजूदा जलस्‍तर 2402.28 है. राज्‍य में अब तक बाढ़ से 360 लोगों की मौत हो चुकी है.
सामान्य से 170 फीसदी ज्यादा बारिश
भारतीय मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि केरल में अगले 4 से 5 दिनों में बारिश में कमी आएगी. केरल भारी वर्षा के चलते बाढ़ से प्रभावित है. मौसम विभाग के अतिरिक्त महानिदेशक मृत्युंजय मोहपात्रा ने कहा कि केरल में 20 अगस्त के बाद भारी बारिश होने की उम्मीद नहीं है. उन्होंने कहा कि इस दक्षिणी राज्य में एक अगस्त से 17 अगस्त तक सामान्य से 170 फीसदी अधिक बारिश दर्ज की गई.

100 साल बाद आई ऐसी बाढ़
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक, राज्य के अलग-अलग हिस्सों में बारिश होने की संभावना है. लेकिन, यह नुकसान नहीं पहुंचाएगी. शनिवार के मुकाबले रविवार को बारिश में कमी आई है, आगे बारिश के धीरे-धीरे कम होने की उम्मीद है. तिरुवनंतपुरम, कोल्लम और कासरगोड को छोड़कर केरल के 10 जिले ओरेंज अलर्ट पर हैं. यहां हल्की बारिश की संभावना है. केरल 100 वर्षों में भीषण बाढ़ का सामना कर रहा है.

क्‍या होता है रेड, ऑरेंज, येलो अलर्ट
बता दें कि जब राज्‍य की नदियां खतरे के निशान के सूचकांक के उच्‍चतम स्‍तर पर बहने लगती हैं तो रेड अलर्ट जारी किया जाता है. इसका मतजब होता है खतरा काफी बढ़ चुका है. लोगों को बाढ़ग्रस्‍त इलाकों से निकाला जाता है. जब नदियां खतरे के निशान और सूचकांक के उच्‍चतम स्‍तर के बीच बहती हैं तो ऑरेंज अलर्ट जारी किया जाता है. इसका मतलब होता है कि लोग सतर्क रहें. वहीं नदियां सामान्‍य स्‍तर से ऊपर या चेतावनी और खतरे के निशान के बीच में बहती हैं तो येलो अलर्ट जारी किया जाता है. इसमें कोई खतरा नहीं होता है.

500 करोड़ का पैकेज
पीएम नरेंद्र मोदी ने शनिवार को केरल के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करके तत्‍काल आर्थिक सहायता के रूप में केरल को 500 करोड़ रुपये का पैकेज देने का ऐलान किया है. इससे पहले भी पीएम की ओर से 100 करोड़ रुपए आर्थिक सहायता की घोषणा की गई थी. पीएम मोदी ने केरल की बाढ़ और बारिश में मारे गए लोगों के परिजनों को दो-दो लाख रुपए और गंभीर घायलों को 50-50 हजार रुपए के मुआवजे की घोषणा की है. यह मुआवजा प्रधानमंत्री राष्‍ट्रीय आपदा राहत कोष से दिया जाएगा.

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