नई दिल्ली। लंबे समय से एम्स में भर्ती चल रहे पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की तबीयत बिगड़ गई है। जानकारी के मुताबिक वाजपेयी को पिछले तीन दिनों से वेंटिलेटर पर रखा गया है।
बता दें कि बुधवार को एम्स के निदेशक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को वाजपेयी की सेहत की जानकारी दी है, जिसके बाद पीएम मोदी अटल बिहारी वाजपेयी से मिलने एम्स पहुंचे।बुधवार सुबह से ही अटल बिहारी वाजपेयी की तबीयत नाजुक बताई जा रही है। एम्स के अनुभवी डॉक्टरों की टीम उनकी सेहत पर नजर बनाए हुए है। एम्स के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने पहुंचे और उन्होंने अटल बिहारी वाजपेयी के सेहत से जुड़ी जानकारी उन्हें दी। पिछले एक महीने से अटल बिहारी वाजपेयी यूटीआई इंफेक्शन, लोवर रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट इंफेक्शन और किडनी संबंधी बीमारियों के कारण दिल्ली एम्स में भर्ती हैं। उनकी हालत नाजुक बनी हुई है। हालांकि एम्स प्रशासन की ओर से उनके स्वास्थ्य में लगातार सुधार की बात कही जा रही है। मोदी से पहले केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी भी उनसे मिलने एम्स पहुंचीं।
72वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले पर भाषण के दौरान नरेंद्र मोदी ने आज अटल बिहारी वाजपेयी को याद किया। उन्होंने कहा- कश्मीर के मुद्दे का हल निकालते वक्त हम अटलजी के नजरिये पर चलेंगे, जो इंसानियत, कश्मीरियत और जम्हूरियत पर आधारित था। बता दें कि 2009 में वाजपेयी की तबीयत बिगड़ गई। उन्हें सांस लेने में दिक्कत के बाद कई दिन वेंटिलेटर पर रखा गया। हालांकि, बाद में वह ठीक हो गए और उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। इसके बाद कहा गया कि वाजपेयी लकवे के शिकार हैं। इस वजह से वह किसी से बोलते नहीं थे। बाद में उन्हें स्मृति लोप भी हो गया। उन्होंने लोगों को पहचानना भी बंद कर दिया।