भोपाल। दलित संगठनों ने भारत बंद को रद्द कर दिया है। अब वो केवल शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे हैं। मध्यप्रदेश के संवेदनशील इलाकों में पुलिस तैनात है एवं सुबह 11 बजे तक किसी भी प्रकार का अप्रिय समाचार नहीं मिला था। दरअसल, दलित संगठनों ने एससी/एसटी एक्ट को लेकर भारत बंद बुलाया था परंतु उनकी मांग पूरी हो चुकी है। अत: शेष मांगों के लिए दलित संगठनों ने विरोध प्रदर्शन करने का फैसला किया है परंतु बाजार बंद या चक्काजाम जैसे प्रदर्शन नहीं किए जाएंगे।
ऑल इंडिया आंबेडकर महासभा के अध्यक्ष अशोक भारती ने कहा, ‘एससी/एसटी ऐक्ट को लागू करने की हमारी बड़ी मांग पूरी हो गई है लेकिन दूसरी मांगों को लेकर शांतिपूर्वक तरीके से विरोध प्रदर्शन करेंगे. उन्होंने बताया कि हम लोगों की दुकानें और सड़क बंद नहीं करेंगे। अशोक भारती ने बताया कि उत्तर प्रदेश और बिहार में कई शहरों में दलित समुदाय के लोग विरोध प्रदर्शन कर सकते हैं। मध्य प्रदेश में तो शिवराज सरकार ने धारा 144 लगा दिया है। बता दें कि पिछली बार के भारत बंद से सबक लेते हुए मध्य प्रदेश पुलिस इस बार हाई अलर्ट पर है। कई जिलों में प्रशासन ने धारा-144 लगा दिया है।
पिछली बार दलित संगठनों के भारत बंद के दौरान मध्य प्रदेश के भिंड सहित कुछ इलाकों में भारी हिंसा हुई थी। इस बार प्रशासन ने हिंसा से निपटने के लिए पुख्ता इंतजाम किए हैं। ग्वालियर में बुधवार को ही धारा 144 लागू कर दी गयी है, जो 13 अगस्त तक लागू रहेगी। इसके अलावा मुरैना जिले में भी धारा 144 लागू रहेगी।