नई दिल्ली: भले ही चीन भारत से अपने रिश्ते को मजबूत करने की बात कर रहा है, लेकिन ज़मीनी हकीकत कुछ और ही है. पाकिस्तान की सेना और नेवी को भारत के खिलाफ मजबूत करने की कोशिशों में चीन लगातार लगा हुआ है. एक रिपोर्ट के मुताबिक चीन जहां पाकिस्तान को 8 सबमरीन की खेप देने वाला है, वहीं पाकिस्तान को आने वाले कुछ दिनों में जंगी जहाज से लेकर मिसाइल और कॉम्बैट ड्रोन की सप्लाई कर सकता है. इतना ही नहीं काफी संख्या में पाकिस्तानी नेवी के अधिकारी चीन के वुहान नवल बसे में मौजूद देखे गए हैं, जो चीन नेवी से नए हथियारों की ट्रेनिंग ले रहे हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक चीन सबसे ज्यादा पाकिस्तानी नेवी को मजबूत करने में लगा हुआ है. दरअसल, चीन की नेवी को भारतीय समुद्री सीमा में सबसे ज्यादा चुनौती भारतीय नेवी से मिल रही है और यही वजह है की चीन भारतीय नेवी को उसी की समुद्री सीमा में घेरने के लिए पाकिस्तान नेवी को चुपचाप मदद कर रहा है.
चीन ग्वादोर पोर्ट पर बना रहा है नए बेस
एक रिपोर्ट के मुताबिक चीन के नवल इंजीनियर की टीम पाकिस्तान के ग्वादोर पोर्ट में कई महीनो से मौजूद है. चीन पाकिस्तान के इस नवल बेस पर फोरवोर्ड ऑपरेटिंग बेस यानि FOB बना रहा है, जिससे वह जरुरत पड़ने पर इंडियन नेवी के खिलाफ कार्रवाई कर सकता है.
कराची के नवल बेस पर पाक परमाणु पनडुब्बियां मौजूद
चीन से मिले परमाणु रिएक्टर की मदद से पाकिस्तान कराची नवल बेस पर अपने परमाणु पनडुब्बियों की तैनाती की है. इतना ही नहीं अपने सबमरीन की कम्युनिकेशन नेटवर्क को मजबूत करने के लिए पाकिस्तान नए VLF स्टेशन बना रहा है. VLF की बदौलत पाकिस्तान कई किलोमीटर दूर गहरे पानी में मौजूद अपने सबमरीन से कम्यूनिकेट कर सकता है.