दतिया। कश्मीर के कुपवाड़ा में पाकिस्तानी आतंकवादियों से आमने सामने की मुठभेड़ में शहीद हुए दतिया के जवान रंजीत सिंह तोमर का राजकीय सम्मान के साथ आज सुबह करीब 10 बजे अंतिम संस्कार कर दिया गया। जैसे ही उनकी अंतिम यात्रा शुरू हुई हर हर किसी की आंख नम हो गई। रंजीत सिंह को अंतिम विदाई देने हजारों की संख्या में लोग पहुंचे। मध्य प्रदेश सरकार की और से मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने रंजीत सिंह की पार्थिव देह पर पुष्प चक्र अर्पित किया।
रंजीत सिंह तोमर जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों का सामना करते हुए शहीद हो गए. उन्हें शुक्रवार को कुपवाड़ा में मुठभेड़ के दौरान रंजीत के सीने में गोली लगी थी. रंजीत सेना की 28 आरआर रेजीमेंट में सैनिक के पद पर थे .2013 में सेना में शामिल हुए रंजीत सिंह पंजाब, जम्मू कश्मीर और अरुणाचल के बॉर्डर पर भी तैनात रहे. रंजीत के पिता प्रताप सिंह किसान है. मां द्रोपदी गृहणी हैं। 5 साल का सैन्य प्रशिक्षण कश्मीर में पूरा करने के बाद 4 माह पहले ही रंजीत को झांसी में पदस्थ हुए थे। अभी एक महीने पहले रंजीत ने कश्मीर में पदस्थी के लिए अपनी रंजीमेंट में आवेदन दिया था जिसके बाद उन्हें फिर से कश्मीर के कुपवाड़ा में पाक की सीमा की चौकी पर तैनात किया गया था। देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों को न्यौछावर करने वाले शहीद रंजीत सिंह तोमर को आज उनके गांव में पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। प्रदेश शासन के जल संसाधन, जनसम्पर्क एवं संसदीय कार्य विभाग मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्र ने उनके गांव रेव पहुंचे और उनकी अंतिम यात्रा में शामिल हुए। डॉ. मिश्र ने शहीद के पार्थिव शरीर को कांधा देकर अपने श्रृद्वा सुमन अर्पित किए।
डॉ. नरोत्तम मिश्र ने इस मौके पर कहा कि शहीद रंजीत सिंह की शहादत हमेषा याद रखी जाएगी। शहीद रंजीत सिंह ने अपनी बहादुरी से न केवल दतिया का बल्कि सम्पूर्ण भारत का मान बढाया है। देश को उनकी शहादत पर गर्व है। जनसंपर्क मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्र ने शहीद के परिजनों से भेंट कर उनकों ढाढस बधाया।बताया जाता है कि जम्मू कश्मीर कुव्वाड़ा जिले के चार कोट चौकी में रंजीत सिंह पदस्थ थे। अंतिम यात्रा में सांसद डॉ. भागीरथ प्रसाद, भाजपा जिलाध्यक्ष विक्रम सिंह बुंदेला, पाठय पुस्तक निगम के उपाध्यक्ष अवधेश नायक, कलेक्टर बीरेन्द्र सिंह रावत, प्रभारी पुलिस अधीक्षक एम एल छारी के अलावा भारी संख्या में नागरिक उपस्थित थे।