नई दिल्ली.दाती महाराज दुष्कर्म केस में क्राइम ब्रांच ने सोमवार को साकेत कोर्ट में 3 पन्नों की स्टेटस रिपोर्ट दायर की। क्राइम ब्रांच ने स्टेटस रिपोर्ट में कहा कि शिष्या के आरोप 2 साल पुराने हैं और उसकी प्रामाणिकता की जांच की जा रही है। पुलिस के अनुसार, शिष्या का आरोप है कि दाती महाराज ने राजस्थान के आश्रम में चरण सेवा के नाम पर पेशाब पीने का दबाव बनाता था। उधर, मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट अनुराग दास ने केस की जांच कर रहे अधिकारी की अपील पर मामले को मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट की कोर्ट में ट्रांसफर कर दिया है। सुनवाई 26 जून को होगी।

दाती महाराज के आश्रमों के फुटेज खंगाल रही पुलिस

स्टेटस रिपोर्ट के अनुसार, शिष्या के आरोपों को साबित करने के लिए साक्ष्य जुटाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। आरोपों की प्रामाणिकता और आरोपियों की ओर से बेगुनाही के लिए किए जा रहे दावों की जांच के लिए विस्तृत जांच की जा रही है। दाती महाराज के आश्रमों के फुटेज खंगाल कर कई लोगों के बयान दर्ज किए हैं।

तीन लोगों के बयान दर्ज, साक्ष्य जुटाना पुलिस की पहली प्राथमिकता
पुलिस ने सोमवार को नवीन गुप्ता, सचिन जैन और शक्ति अग्रवाल से पूछताछ की। क्राइम ब्रांच ऑफिस में इन तीनों के बयान दर्ज किए गए। यहां कई घंटे तक ठहरे जाने के दौरान इन तीनों ने खुद के बाबा से रिश्ते के बारे में विस्तार से जानकारी दी। यह वही लोग हैं जिन्हें बाबा ने साजिश का आरोप लगाते हुए कठघरे में खड़ा किया है। दाती ने आरोप लगाया था कि ये लोग उनसे 32 करोड़ रुपए की डिमांड कर रहे थे, जिसे नहीं दे पाने की वजह से उन्हें साजिश के तहत झूठे मामले में फंसा दिया। डीसीपी क्राइम ब्रांच राजेश देव ने बताया मामले में हर पहलू को ध्यान में रख जांच को आगे बढ़ाया जा रहा है।

अपने ऊपर लगे आरोपों से इनकार कर चुका है आरोपी

6 जून को शिष्या ने फतेहपुर बेरी थाने में शिकायत कर दाती महाराज और उसके भाइयों पर दुष्कर्म का आरोप लगाया था। 11 जून को मामले में एफआईआर दर्ज की गई थी। 12 जून केस क्राइम ब्रांच के पास ट्रांसफर हुआ था। 14 जून को दाती महाराज के आश्रमों की जांच के लिए सर्च वारंट जारी किए गए थे। 19 जून को आरोपी से पूछताछ की गई थी, जिसमें उसने अपने ऊपर लगे आरोपों से इनकार किया है। 22 जून को भी पुलिस ने दाती महाराज से 8 घंटे पूछताछ की थी।

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