मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभायें। लोगों की जिंदगी में बदलाव लाने के लिये काम करें। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज यहाँ मंत्रालय में 2017 बैच के आई.ए.एस. को संबोधित कर रहे थे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि बदलाव लाने के लिये संवेदना होना चाहिये। शोषित और वंचितो के कष्टों को दूर करने के लिये काम करें, क्योंकि प्रजातंत्र में सारी व्यवस्था लोगों के लिये है। प्रदेश में अलग-अलग जन कल्याणकारी योजनाएं इसी बदलाव के लिए बनी है। सेवा को देश और प्रदेश बनाने का माध्यम मानें। प्रशासनिक सेवा एक मिशन है, प्रोफेशन नहीं। ऐसे कई उदाहरण हैं, जिनमें अपने दृढ़-इच्छा से सकारात्मक बदलाव लाया गया है। मन में कुछ करने की जिद और जज्बा हो तो बदलाव लाया जा सकता है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का नये भारत का सपना इसी के सहारे पूरा किया जायेगा। प्राकृतिक संसाधनों पर सबका हक है। प्रदेश सरकार ने इसे ध्यान में रखते हुये गरीबों के लिये सामाजिक सुरक्षा का चक्र तैयार किया है। मुख्यमंत्री जनकल्याण (संबल योजना) गरीबों की जिंदगी में बदलाव लाने की योजना है। विकास और जनसेवा के विस्तृत और अग्रिम योजना बनाने से सफलता मिलती है। योजनाओं और नीतियों के बेहतर क्रियान्वयन की जवाबदारी प्रशासनिक अधिकारियों की होती है। जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों में बेहतर तालमेल से अच्छे परिणाम मिलते हैं। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने स्वच्छता को जनता का आंदोलन बना दिया है। इस अभियान के माध्यम से जनता की मानसिकता में परिवर्तन आया है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि टीम भावना से सबको साथ लेकर कार्य करें। अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करें। मनुष्य अनंत शक्तियों का भण्डार है। व्यक्ति जैसा सोचता है वैसा ही बन जाता है। व्यक्ति में धैर्य और उत्साह हो, अहंकार नहीं हो और वह निराश नहीं हो तो सफलता निश्चित मिलती है। उन्होंने इन अधिकारियों से प्रशिक्षण के दौरान प्राप्त अनुभवों और जनकल्याणकारी योजनाओं के बारे में फीडबैक लिया। बताया गया कि वर्ष 2017 के बैच में मध्यप्रदेश कैडर के 13 अधिकारियों का प्रशिक्षण आरसीव्हीपी नरोन्हा प्रशासन अकादमी में चल रहा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *