नई दिल्ली: दुनिया की 3 नामचीन कंपनियां-बर्कशायर हैथवे आईएनसी, अमेजनडॉटकॉम और जेपी मॉर्गन चेज एंड कंपनी स्वास्थ्य क्षेत्र में नया संयुक्त उद्यम शुरू कर रही हैं. इसके प्रमुख भारतवंशी अतुल गवंडी होंगे, जो चिकित्सा क्षेत्र का जाना-माना नाम हैं. उन्हें कंपनी का सीईओ बनाया गया है. यह संयुक्त उद्यम बोस्टन में लगेगा और गैर लाभप्रद कंपनी होगी. कंपनियों ने एक बयान में कहा कि वह इस हेल्थकेयर कंपनी को अपने अमेरिकी कर्मचारियों के लिए शुरू कर रही हैं ताकि उनके इलाज के खर्च में कमी आए. इसकी घोषणा जनवरी 2018 में की गई थी. गवंडे को जनरल व इंडोक्राइन सर्जरी में महारत हासिल है. वह बर्मिंघम एंड वुमेन हास्पिटल में तैनात हैं और हार्वर्ड टीएच चैन स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ और हार्वर्ड मेडिकल स्कूल में प्रोफेसर भी हैं. 2014 में उन्होंने ‘बींग मोर्टल : मेडिसिन एंड वाट मैटर्स इन द एंड’ पुस्तक लिखी थी जो बेस्ट सेलर है. इसमें उन्होंने बुजुर्गों की दयनीय जिंदगी विषय को कवर किया था.
कंपनी के मुखिया के तौर पर अतुल का चयन सही : बफे
बर्कशायर के चेयरमैन और सीईओ वारेन बफे ने कहा कि जिन कर्मचारियों का चयन हुआ है वह मेडिकल क्षेत्र में अपना बेहरतीन योगदान देंगे. इस संयुक्त उद्यम में वारेन बफे के साथ अमेजन के जेफ बिजोस और जेपी मार्गन के जेमी डिमोन शामिल हैं. बफे ने कहा-‘जेमी, जेफ और मुझे भरोसा है कि कंपनी के मुखिया के तौर पर अतुल का चयन एकदम सही है.’ बफे के मुताबिक अमेरिका में इलाज का खर्च काफी ज्यादा है. कर्मचारी इस कारण अमेरिकी कारोबार को तरक्की पर नहीं पहुंचा पा रहे हैं. उन्होंने बीते माह कहा था कि समूचा हेल्थकेयर उद्योग उनके लिए बड़ी चुनौती है. बफे ने नए संयुक्त उद्यम को लेकर काफी उम्मीद जताई है. अमेजन, बर्कशायर और जेपी मार्गन के कर्मचारियों की कुल संख्या 10 लाख के करीब है.
अमेरिका में कर्मचारियों की देखभाल के लिए कई कंपनियों ने किया प्रबंध
टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक अमेरिका में कई कंपनियां अपने कर्मचारियों का प्रदर्शन सुधारने के लिए बेहतर इलाज की सुविधा मुहैया करा रही हैं. बीते साल सिस्को ने अपने कर्मचारियों के लिए एक ऐसा प्लान शुरू किया था जो उन्हें बेहतर इलाज मुहैया करा सके. इसमें उसने स्टैनफोर्ड हेल्थ मेडिकल सिस्टम के साथ गठजोड़ किया था.