कांग्रेस ने मध्यप्रदेश की वोटर लिस्ट में गड़बड़ियों का आरोप लगाते हुए 60 लाख फर्जी वोटर होने का दावा किया है. इस पर शिकायत को गंभीरता से लेते हुए चुनाव आयोग ने जांच के आदेश दिए हैं. आयोग ने भोपाल जिले की नरेला, रायसेन की भोजपुर, होशंगाबाद और सिवनी मालवा विधानसभा सीट की वोटर लिस्ट में गड़बड़ी की जांच के लिए दो-दो सदस्यीय जांच दल गठित किए हैं. यह दल आज यानी सोमवार को भोपाल पहुंच रहे हैं.

बता दें कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने चुनाव आयोग से शिकायत की थी कि मध्य प्रदेश में 60 लाख फर्जी वोटर हैं. इनमें 26-26 जगह पर एक व्यक्ति का नाम है.कई मतदाताओं के नाम दो बूथों की सूची में शामिल हैं.

इसी तरह से सीमावर्ती राज्यों की सूची में कई मतदाताओं के नाम दोनों प्रदेशों की मतदाता सूची में हैं. कमलनाथ का कहना है कि ये सभी फर्जी नाम जानबूझकर लिस्ट में शामिल किए गए हैं.

वहीं, सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आरोप लगाया कि फर्जी वोटर कार्ड बनाने का काम बीजेपी लर रही है. उन्होंने कहा कि पिछले 10 साल में मध्यप्रदेश की जनसंख्या 24% बढ़ी, लेकिन वोटरों की तादाद में 40% का इजाफा हो गया.

उन्होंने बताया कि हमने हर एक विधानसभा क्षेत्र में पड़ताल की तो पाया कि एक वोटर का नाम 26 लिस्टों में है. ऐसा एक नहीं बल्कि कई जगहों पर हुआ है.

चुनाव आयोग ने जांच कराने के लिए मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी मध्यप्रदेश (सीईओ) को भी पत्र लिखा है और जांच दलों से चार दिन में (सात जून) अपनी रिपोर्ट पेश करने को कहा है.

अप्रैल में हटाए गए थे फर्जी वोटर्स

मालूम हो कि इसी साल अप्रैल में मध्य प्रदेश की मुख्य निर्वाचन आयुक्त सलीना सिंग ने कांग्रेस की शिकायत के बाद 6 लाख फर्जी वोटर्स का नाम लिस्ट से हटाया था. उस वक्त उन्होंने राज्य के सभी कलेक्टर को फर्जी वोटर हटाने का आदेश भी दिया था.
इसी साल हैं मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव…

मध्य प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों के लिए इस साल के आखिरी में चुनाव होना है. इसके अलावा छत्तीसगढ़ और राजस्थान में भी चुनाव होंगे. अभी मध्य प्रदेश में 167 सीटों के साथ भाजपा सत्ता में है. दिसंबर 2013 में हुए चुनाव में कांग्रेस 57, बसपा 4 सीटों पर जीती थी. दो सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवार चुने गए थे.

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