ग्वालियर। पुलिस महानिदेशक मध्यप्रदेश द्वारा चलाई जा रही ‘‘पुलिस इन्टर्नशिप योजना’’ का शुभारंभ पुलिस महानिरीक्षक ग्वालियर जोन अंशुमन यादव द्वारा किया गया। इस अवसर पर पुलिस उप महानिरीक्षक ग्वालियर रेंज एम.एस. वर्मा एवं पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन के अलावा पुलिस के समस्त राजपत्रित अधिकारी व शहर के थाना प्रभारी उपस्थित थे। पुलिस इन्टर्नशिप योजना के लिये 75 छात्र-छात्राओं का चयन किया गया है। कार्यक्रम के प्रारम्भ में पुलिस अधीक्षक ग्वालियर द्वारा पुलिस महानिरीक्षक एवं पुलिस उप महानिरीक्षक का बुके देकर स्वागत किया। तद्उपरान्त ‘‘पुलिस इन्टर्नशिप योजना’’ के नोडल अधिकारी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण राजेश त्रिपाठी ने उपस्थित सभी छात्र एवं छात्राओं को उक्त योजना के संबंध में विस्तृत जानकारी दी।
पुलिस अधीक्षक ग्वालियर ने उपस्थित छात्र-छात्राओं से अपने उदबोधन ने कहा कि पुलिस इन्टर्नशिप योजना पहली बार प्रदेश में लागू की गई है। यह आप लोगोें के लिये नया व रोचक विषय है। इस योजना के माध्यम से आप सभी को पुलिस की कार्यप्रणाली को बारीकी से सीखने का अवसर मिलेगा। उन्होंने बताया कि छात्रों के ग्रुप बनाकर उन्हें थाने में एक उपनिरीक्षक के अधीन रखा जायेगा तथा वह थाने की कार्यप्रणाली, विवेचना, साक्ष्य एकत्रित करना, रात्रि गश्त एवंविवेचना में तकनीक का उपयोग आदि पर जानकारी एकत्रित करेंगे। इस अवसर पर पुलिस उप महानिरीक्षक ने कहा कि जो भविष्य की चिंता करता है उसका ही भविष्य उज्जवल होता है। उन्होंने उपस्थित छात्रों को बताया कि समाज को सुरक्षा देना ही पुलिस का प्रथम व सबसे बड़ा काम होता है, जब आप स्वयं को सुरक्षित महसूस करोगे तभी अन्य कार्य कर पाओगे। पुलिस द्वारा समाज को सुरक्षित रखने का कार्य किस प्रकार किया जाता है, उसे आप सभी को देखना है।
पुलिस उप महानिरीक्षक ने कहा कि समाज को पुलिस से काफी अपेक्षाएं है और जहां अपेक्षाएं अधिक होती है वहां नाराजगी भी होती है। इस अवसर पर पुलिस महानिरीक्षक ग्वालियर जोन ने उपस्थित छात्र-छात्राओं से कहा कि देश की आंतरिक सुरक्षा का दायित्व पुलिस के पास है और यह एक बहुत बड़ी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि पुलिस के अच्छे कार्यों की अपेक्षा नेगेटिव छवि की चर्चा ज्यादा होती है जिससे लोगों के मन में पुलिस की गलत धारणा बन जाती है। उन्होंने छात्र-छात्राओं से कहा कि आप लोग अब थाने में उपस्थित रहकर पुलिस की कार्यप्रणाली को देखें और पुलिस कार्यप्रणाली में सुधार हेतु अपने विचार शोध-पत्र में उल्लेखित करें। पुलिस महानिरीक्षक ने छात्र-छात्राओं से कहा कि आप लोगों के लिये यह इन्टर्नशिप योजना बहुत ही महत्वपूर्ण व उपयोगी रहेगी, इन्टर्नशिप की समाप्ति उपरान्त आप लोग समाज के बीच पुलिस के लिये ब्राण्ड एम्बेसडर के रूप में कार्य करेंगे।
अंत में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण राजेश त्रिपाठी द्वारा हरिवंशराय बच्चन की एक कविता बिना पुलिस के चलके देखो का वाचन किया और अपनी आवाज में मेरी आवाज सुनो गाना भी गाया। इसके बाद उपस्थित छात्र-छात्राओं को पुलिस मुख्यालय भोपाल द्वारा तैयार की गई डाॅक्यूमेंट्री ‘‘खाकी’’ प्रोजेक्टर पर दिखाई गई। आभार प्रदर्शन राजेश त्रिपाठी द्वारा व्यक्त किया गया।

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