ग्वालियर। ग्वालियर की क्राइम ब्रांच पुलिस ने जौरासी की घाटी पर डकैती की योजना बना रहे पांच बदमाशों को मय हथियार के दबोच लिया। वहीं पकडे गये आरोपियों की निशानदेही पर से डबरा में एक कटटा कारखाने का पर्दा फाश किया।
पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन , अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक क्राइम पंकज पांडे ने पत्रकारों को बताया कि मुखबिर ने सूचना दी कि जौरासी घाटी में वन चौकी के पास झाडियों की आड में बदमाशों के छुपे हुये हैं। सूचना पर से पुलिस की टीम बनाकर बताए गये स्थान पर घेराबंदी कर पांच बदमाशों को हथियारों के साथ धर दबोचा। इनका एक साथी मौके का फायदा उठाकर भाग खडा हुआ। यह बदमाश बिलौआ से आने वाले गिटटी से भरे डंपरों को लूटने की योजना बना रहे थे। पकडे गये बदमाशों में हेमंत शर्मा पुत्र नवलकिशोर शर्मा निवासी बुजुर्ग रोड शुक्ला डेयरी के पास डबरा , नरेन्द्र पांण्डेय पुत्र रामनिवास बुजुर्ग रोड शिक्षक कालोनी नई टॉकीज के पास डबरा, विनय शर्मा पुत्र नरेन्द्र शर्मा बुजुर्ग रोड शुक्ला डेयरी के पास डबरा, जीतू उर्फ जीतेन्द्र तोमर पुत्र केदार निवासी कल्लू काछी की बगिया हजीरा ग्वालियर तथा लाला उर्फ अवधेश सिसोदिया पुत्र नत्थू सिंह निवासी कल्लू काछी की बगिया हजीरा ग्वालियर हैं। आरोपियों का एक साथी रामकिशन झा निवासी डबरा मौके का फायदा लेकर भाग निकला। पकडे गए आरोपियों से दो कटटे ३१५ बोर , १२ बोर के कटटे , लाठी , लोहे का सरिया तथा जिंदा कारतूस मिले। पकडे गए बदमाशों से जब कडाई से पूछताछ की तो उन्होने बताया कि रामकिशन के घर कटटा बनाने का कारखाना चलता है। उन्होंने भी रामकिशन से ही हथियार खरीदे हैं। इसी सूचना पर से पुलिस ने रामकिशन झा के डबरा स्थित मकान पर छापा मारा। जहां उसके यहां से ३१५ के दो कटटे, दो अधबने कटटे, रेती, १२ बोर की पांच बैरल, आदि सामान बरामद किया है। पुलिस ने रामकिशन झा को पकड लिया है। आरोपी जीतेन्द्र तोमर पर ११ आपराधिक मामले दर्ज हैं। उसने अंबाह कस्बे में सराफे की दुकान से लूट की थी। लाला पर भी एक दर्जन मामले दर्ज हैं। अन्य आरोपियों की अपराधों की जानकारी पुलिस ले रही है। क्राइम ब्रांच की टीम ने उक्त मामले को ट्रेस करने में निरीक्षक दिलीप सिंह यादव, उप निरीक्षक गंभीर सिंह यादव, रेखा सेंगर, गीतेश शर्मा, धर्मेन्द्र शर्मा, महिला आरक्षक अर्चना कंसाना, राजेश गुर्जर, जैनेन्द्र गुर्जर, अंजनी चंदेल, कमल कौशिक, गौरव आर्य, प्रदीप यादव योगेन्द्र तोमर , विशाल यादव का सराहनीय योगदान रहा। पुलिस अधीक्षक ने इस टीम को दस हजार का इनाम देने की घोषणा की।