मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज यहाँ हायर सेकेण्डरी परीक्षा में 85 प्रतिशत से ज्यादा अंक प्राप्त करने वाले मेधावी विद्यार्थियों का सम्मान किया और उन्हें लेपटॉप खरीदने के लिये 25 हजार रूपये की राशि के चेक प्रदान किये गये। उल्लेखनीय है कि हायर सेकेण्डरी, हाई स्कूल के परीक्षाओं में 85 प्रतिशत और इससे ज्यादा अंक पाने वाले विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करने के लिये हर साल मुख्यमंत्री द्वारा उन्हें सम्मानित किया जाता है और हायर सेकेण्डरी परीक्षा में 85 प्रतिशत से ज्यादा अंक लाने वाले बच्चों को लेपटॉप खरीदने के लिये राशि दी जाती है। मेधावी विद्यार्थियों के सम्मान समारोह कार्यक्रम स्कूल शिक्षा विभाग, माध्यमिक शिक्षा मण्डल द्वारा आयोजित किया गया था।
मुख्यमंत्री ने मेधावी विद्यार्थियों का आव्हान किया कि हमेशा सकारात्मक सोचें, रचनात्मक काम करें और अपने व्यक्तित्व को सकारात्मक ऊर्जा से निखारें। प्रतिभावान विद्यार्थियों की समाज, प्रदेश और देश को जरूरत है। इसीलिये खूब पढ़े और आगे बढ़े ताकि परिवार, समाज और देश गर्व कर सकें। श्री चौहान आज यहाँ मेधावी विद्यार्थियों के सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे।
श्री चौहान ने कहा कि विद्यार्थियों में न तो प्रतिभा और उत्साह की कमी है और न बुद्धि की कमी। सुविधाओं और संसाधनों की कमी सरकार पूरा करेगी। बच्चे सिर्फ पढ़े और सकारात्मक दिशा तय करें। उन्होंने स्वामी विवेकानंद के वचनों का उल्लेख करते हुये कहा कि असंभव कुछ भी नहीं है। सभी असंभव लगने वाले काम मनुष्य ने अपनी बुद्धि और अदम्य साहस से संभव किये हैं। सिर्फ दृढ़ इच्छाशक्ति और मजबूत आत्मविश्वास की जरूरत हैं। श्री चौहान ने मध्यप्रदेश के विकास का उदाहरण देते हुये कहा कि पहले मध्यप्रदेश बीमारू राज्य था, अब प्रगतिशील राज्य बन गया है। कृषि और आर्थिक विकास की दर अभूतपूर्व रूप से बढ़ी है। अब प्रदेश तेजी से विकास कर रहा है। जो असंभव लगता था वह संभव हो गया और सबके सामने है।
शैक्षणिक सुविधाओं का उल्लेख करते हुये श्री चौहान ने कहा कि बच्चों को पहली कक्षा से गणवेश, पाठ्य पुस्तकें और साईकिल सुविधाएं उपलब्ध करायी जा रही है। गाँव की बेटी योजना, उच्च शिक्षा ऋण गारंटी योजना और अन्य योजनाओं की चर्चा करते हुये उन्होंने कहा कि पढ़ाई में किसी भी प्रकार की रूकावट नहीं आने दी जायेगी। उन्होंने विद्यार्थियों का आव्हान किया कि वे अच्छी पढ़ाई करें और आगे आयें। समाज को अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान दें और प्रदेश को गरीबी, बीमारी, बेरोजगारी से मुक्त प्रदेश बनायें।
मुख्यमंत्री ने माध्यमिक शिक्षा मण्डल की मेरिट सूची में स्थान पाने वाले हाई स्कूल और हायर सेकेण्डरी परीक्षा-2012 के विद्यार्थियों को सम्मान राशि, श्रीफल और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। मेरिट सूची में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थी को 30 हजार रूपये और इसके बाद स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थी को एक-एक हजार रूपये कम राशि सम्मान स्वरूप दी गयी। अंतिम विद्यार्थी को 21 हजार रूपये दिये गये।
आदिम जाति कल्याण मंत्री कुँवर विजय शाह ने भी विद्यार्थियों को संबोधित किया। स्कूल शिक्षा मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनीस ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा चार साल पहले प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को प्रोत्साहन देने की पहल के फलस्वरूप 2012 में 85 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों की संख्या में आश्चर्यजनक रूप से वृद्धि हुयी है। चार साल पहले 473 विद्यार्थियों ने 85 प्रतिशत या उससे अधिक अंक प्राप्त किये थे। इस साल यह संख्या करीब चार गुना बढ़कर 2085 हो गयी है। उन्होंने कहा कि दशकों में प्रदेश का विकास नहीं हो पाया वह पिछले कुछ वर्षों में संभव हुआ।
आयुक्त स्कूल शिक्षा श्री अरूण कोचर ने स्वागत भाषण दिया। इस अवसर पर प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा श्री संजय सिंह, माध्यमिक शिक्षा मण्डल के अध्यक्ष श्री सुदीप सिंह और सचिव श्री संतोष मिश्रा, विद्यार्थियों के शिक्षक और पालक उपस्थित थे।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री द्वारा शत प्रतिशत परिणाम देने वाले शासकीय स्कूलों के 105 प्राचार्यो, वर्ष 2011 की परीक्षाओं में हाई स्कूल और हायर सेकेण्डरी परीक्षा के 101 विद्यार्थियों और वर्ष 2012 की परीक्षाओं में उत्तीर्ण 104 मेधावी विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री चौहान की धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह भी उपस्थित थीं।