भोपाल। ईंटखेड़ी छाप में कोलांस नदी के किनारे सीएम शिवराज सिंह चौहान ने जल संसद का शुभारंभ किया। सीएम ने यहां कोलांस नदी गहरीकरण के लिए भूमि पूजन भी किया। सीएम ने कहा कि हमें प्रकृति का शोषण नहीं दोहन करना सीखना होगा। जल संसद में 313 नदियों के संरक्षण और पुनर्जीवन पर मंथन किया जाएगा।
सीएम ने कहा कि ‘कुछ लोग मेरी नर्मदा यात्रा पर सवाल उठा रहे हैं। जिन लोगों ने कभी नदियों के संरक्षण के लिए काम नहीं किया वे भी अब इस पर राजनीति कर रहे हैं। लोग नर्मदा किनारे लगे पेड़ों पर भी सवाल उठा रहे हैं, मैं उनसे कहना चाहता हूं कि वे एकबार जाकर देखें कि वहां कितने पेड़ लग गए हैं।’ उन्होंने कहा कि ‘मेरी नर्मदा यात्रा के बाद नदी किनारे से शराब दुकानें हट गई, कई जगहों पर उसमें मिल रहा गंदा पानी भी बंद हो गया।’ सीएम ने कहा कि ‘कीटनाशकों से नदियां प्रदूषित हो रही हैं। औद्योगिकीकरण से तापमान बढ़ रहा है। तालाब और नदियों को सूखने से बचाना होगा।’