नयी दिल्ली !  करीब एक दशक से यूरोपीय देशो के औपचारिक बहिष्कार का सामना कर रहे गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी ने माना है कि वर्षा 2002 मे दंगे की घटना दुर्भाग्यपूर्ण थी और उन्होने इस बात का ध्यान रखा है कि भविष्य मे ऐसी घटनाओ की पुनरावृत्ति न:न हो।
श्री मोदी ने पिछले महीने र्जमन राजदूत माइकल स्टीनर की ओर से यूरोपीय संघ के राजदूतो के साथ हुयी मुलाकात के दौरान इस तथ्य को स्वीकार किया था।
श्री स्टीनर ने आज कहा कि गुजरात मे गत दिनो हुए चुनाव मे श्री मोदी के पक्ष मे आये जनादेश का सम्मान करते हुए इस मुलाकात का आयोजन किया गया था।
यूरोपीय संघ के राजदूतो और श्री मोदी के बीच यह मुलाकात गत सात जनवरी को यहां र्जमन दूतावास मे दोपहर के भोज के दौरान हुयी थी। इस आयोजन को गुप्त रखा गया था तथा करीब एक महीने बाद यह बात प्रकाश मे आयी है ।उल्लेखनीय है कि यूरोपीय संघ के राजदूत गुजरात के दंगो के कारण श्री मोदी से पिछले करीब एक दशक से दूरी बनाये हुए थे 1
सूत्रो के मुताबिक बैठक मे श्री मोदी ने यूरोपीय संघ के प्रतिनिधियो के साथ राज्य मे विकास की योजनाओ के संर्दभ मे भी चर्चा की।इस दौरान मानवाधिकार के मुद्दो पर भी चर्चा की गई।
र्जमन राजदूत ने कहा कि भारत एक लोकतंत्र है तथा हम लोकतांत्रिक संस्थाओ का सम्मान करते है 1 हम जनादेश का सम्मान करते है तथा भारत की न्यायिक प्रणाली पर हमारा विश्वास है । अपने इसी नजरिये के आधार पर अब हम संबंधो के नये दौर की शुरुआत कर रहे है।
नयी दिल्ली मे यूरोपीय संघ के राजदूत जे. क्राविन्टो ने श्री मोदी को एक प्रमुख राजनीतिक शख्सियत बताते हुये कहा कि मुलाकात के दौरान गुजरात दंगो के बारे मे पूछे जाने पर उन्होने कहा कि वर्ष 2002 मे कुछ खामियां थी जिन्हे अब दूर कर दिया गया है।

By admin

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *