ग्वालियर। सनातन धर्म मंदिर लश्कर ग्वालियर में चल रही संगीतमय श्रीमद भागवत ज्ञानगंगा एवं लक्ष्मीनारायण यज्ञ में राघव ऋषि ने कहा कि भागवत रसपान मात्र से ही मनुष्य का उद्धार हो जाता है। इसलिए अगर पता चलता है कि फलान जगह श्रीमद भागवत हो रही है तो रसपान करने अवश्य जाना चाहिये।
राघव ऋषि ने कहा कि आज के दौर में मनुष्य भागमभाग जिंदगी जी रहा है। उसके पास भगवान की पूजा अर्चना तक के लिए समय तक नहीं होता, परंतु ऐसे ही दौर में एक समय ऐसा भी आता है जब मनुष्य को भगवान की याद सताती है और वह श्रीमद भागवत, श्री रामकथा ज्ञानयज्ञ सहित अनेक धार्मिक अनुष्ठान की तरफ झुकता है। इससे वह भगवान के करीब पहुंच जाता है। अगर मनुष्य जन्म के साथ ही भगवत ध्यान भी करें तो उसे सारे सुख खुद व खुद मिल जाते है।
कथा को आगे बढ़ाते हुये राघव ऋषि जी ने गोपी गीतों पर श्रद्धालुओं को खूब नचाया। साथ ही आज रूक्मणी विवाह का बड़े ही खुबसूरत अंदाज में प्रसंग भी प्रस्तुत किया। इससे पहले भागवताचार्य जी ने कंस वध का भी प्रसंग सुनाया। रूक्मणी विवाह के दौरान भाजपा नेता राजेश सोलंकी ने भगवान की आरती उतारी। इस अवसर पर कथा के मुख्य यजमान यशवीर सुमन शर्मा सहित ऋषि सेवा समिति ग्वालियर के ओपी शर्मा, नारायण स्वरूप शर्मा, महेश अग्रवाल, उमेश उप्पल, विनय अग्रवाल, रश्मि अग्रवाल, विनोद तिवारी भी विशेष रूप से मौजूद थे।
बुधवार को सुदामा चरित्र
श्रीमद भागवत कथा के छठवें दिन 25 अप्रैल बुधवार को सुदामा चरित्र, परीक्षित मोक्ष व व्यास पूजन का आयोजन होगा।