इन दिनों जहां कठुआ और उन्नाव गैंगरेप केस को लेकर देश गुस्से से उबल रहा है, वहीं मध्य प्रदेश के इंदौर से दिल दहलाने वाली खबर है। यहां चार महीने की बच्ची की बलात्कार के बाद बेरहमी से हत्या कर दी गई। बच्ची के साथ क्रूरता की हद पार की गई, यह इसी से समझा जा सकता है कि शव देखते ही पुलिसकर्मी भी अपने आंसू नहीं रोक सके।
घटना गुरुवार देर रात इंदौर के ऐतिहासिक रजवाड़ा क्षेत्र की है। इलाके में स्थित शिव विलास पैलेस के बेसमेंट एरिया में बच्ची का शव मिलने से सनसनी फैल गई। सीढ़ियों पर खून के धब्बे हैवानियत की गवाही दे रहे थे। बच्ची के क्षत विक्षत शव की प्राथमिक जांच के बाद एक छोटे बंडल में उसे ले जाते हुए पुलिसकर्मियों की आंखों से भी आंसू आ गए। परिवार के एक संदिग्ध को ही मामले में हिरासत में लिया गया है।
शव परीक्षण रिपोर्ट में भी बच्ची के साथ हैवानियत की पुष्टि की गई। इसमें कहा गया कि बच्ची की मौत सिर पर चोट लगने की वजह से हुई। उधर, मामले में कोताही बरतने पर सराफा पुलिस स्टेशन से एसआई त्रोलिक सिंह वरकड़े को सस्पेंड कर दिया गया। डीआईजी हरिनारायणचारी मिश्रा ने बताया, ‘एसआई इलाके में हुए इस जघन्य अपराध के बारे में सीनियर को सूचित करने में असफल रहे।’
रजवाड़ा इंदौर का सांस्कृतिक और बिजनस नर्व सेंटर है। बच्ची के पिता गुब्बारे बेचकर खर्चा चलाते हैं और नजदीक में रहते हैं। इस मामले में कठुआ गैंगरेप की घटना से कई समानता है। कठुआ की ही तरह इंदौर मामले में नाबालिग के माता-पिता खानाबदोश हैं। बताया जा रहा है कि बच्ची अपने परिवार के साथ रजवाड़े के बाहर बने बरामदे में सो रही थी। इसी दौरान उसका अपहरण कर लिया गया।
इलाके में गश्त में थे पुलिसकर्मी, तभी हुई वारदात
मामले की जांच के लिए सीसीटीवी फुटेज की भी मदद ली गई। एक फुटेज में एक व्यक्ति साइकल से आता हुआ दिखाई दिया। सुबह करीब पौने पांच बजे वह बच्ची को उठाकर शिव विलास पैलेस के एक हिस्से में बने कमर्शल कॉम्प्लेक्स की ओर ले गया। फुटेज में व्यक्ति घटनास्थल से अकेले लौटते हुए भी दिखता है।