लंदन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने पांच दिन के विदेश दौरे के दूसरे पड़ाव में ब्रिटेन बहुंच गए हैं। प्रधानमंत्री मोदी का लंदन के हीथ्रो एयरपोर्ट पर यूके के विदेश सचिव बोरिस जॉनसन ने स्वागत किया है। वहीं लंदन पहुंचने के बाद पीएम ने बोरिस जॉनसन के साथ बैठक की और कई अहम मुद्दों पर उनसे बातचीत की। इससे पहले पीएम मोदी स्वीडन पहुंचे थे और यहां उन्होंने प्रधानमंत्री स्टीफन लोफवेन के साथ मुलाकात के बाद कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए थे।
मंगलवार को प्रधानमंत्री ने भारतीय मूल के लोगों से मुलाकात की थी और उन्हे संबोधित किया था। लोगों को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा था कि स्वीडन में मेरे और मेरे डेलीगेशन के स्वागत-सत्कार के लिए यहां की जनता और सरकार का, विशेष रूप से स्वीडन के राज और स्वीडन के प्रधानमंत्री श्रीमान लवैन का, मैं हृदय से आभार व्यक्त करना चाहता हूं। पीएम मोदी ने कहा कि स्वीडन के प्रधानमंत्री के मन में जो स्नेह है, और भारत के प्रति उनके प्यार और जुनून के लिए मैं उनका कोटि-कोटि अभिनन्दन करता हूँ।
पीएम मोदी ने कहा कि, अफ्रीका हो या प्रशांत महासागर के छोटे देश, या फिर आसियान या यूरोप या एशिया, सभी आज भारत को एक विश्वसनीय साथी, एक भरोसेमंद मित्र के रूप में देख रहे हैं। अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने देश में हुए कई सुधारों का अपने भाषण में जिक्र किया। पीएम ने कहा कि स्वीडन में हमारा कोई दूतावास नहीं है। लेकिन हमारे पास कई राजदूत हैं। स्वीडन में रह रहे सभी भारतीय हमारे राजदूत हैं। यदि आपके दिल में इनोवेशसन का कोई आइडिया है तो नई भारत के उद्यम का हिस्सा बनें।