उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया के नेताओं के बीच 27 अप्रैल को बैठक होगी. इस बैठक को ‘साउथ-नॉर्थ समिट 2018’ नाम दिया गया है. ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि इस मीटिंग के बाद दोनों देशों के बीच 68 साल से जारी दुश्मनी पर विराम लग जाएगा.
एक अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक, उत्तर कोरिया के सुप्रीम लीडर किम जोंग उन और दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे-इन के बीच मुलाकात के बाद आधिकारिक तौर पर युद्ध विराम की घोषणा होगी. ऐसा पहली बार होगा जब दोनों देशों के नेता एक दूसरे से मिलेंगे. किम कोरियाई युद्ध के खत्म होने के बाद से अब तक दक्षिण कोरियाई सरजमीं पर पैर रखने वाले पहले उत्तर कोरियाई नेता होंगे.
बता दें, इन देशों के बीच राजनयिक संबंधों में नरमी दक्षिण कोरिया में आयोजित शीतकालीन ओलंपिक के बाद से देखने को मिली है. इसके बाद से ही बातचीत का दौर शुरू हुआ है. इससे पहले करीब एक साल तक उत्तर कोरिया द्वारा परमाणु और मिसाइल परीक्षणों के कारण स्थिति काफी तनावपूर्ण थी और किम तथा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप बेहद कटु वाक युद्ध में उलझे हुए थे.
किम के पिता किम जोंग इल की वर्ष 2011 में मौत हो गई थी. इसके बाद किम सत्ता में आए थे. सत्ता में आने के बाद से किम 2018 की शुरुआत में चीन की यात्रा पर गए. ये उनकी पहली विदेश यात्रा थी. चीन लंबे समय से उत्तर कोरिया का मुख्य कूटनीतिक और व्यापारिक सहयोगी रहा है, लेकिन उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम को लेकर दोनों देशों के बीच रिश्तों में तनाव पैदा हो गया था. साथ ही चीन ने उसके खिलाफ संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधों को भी लागू किया था. इसके बाद किम चीन की यात्रा पर गए थे.
इसी कड़ी में अब किम जोंग उन की मुलाकात अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से भी होने वाली है. इस मुलाकात में उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम पर रोक लगाने की बात भी होगी.