नई दिल्ली। सीबीएसई पेपर लीक को लेकर मचा बवाल लगातार बढ़ता जा रहा है। नाराज छात्रों ने शुक्रवार को प्रीत विहार स्थित सीबीएसई मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। नाराज छात्रों की मांग है कि सभी विषयों की परीक्षा फिर से ली जाए, न कि सिर्फ उन विषयों के जिनके पर्चे लीक हुए थे। हाथों में तख्तियां लिए नारेबाजी कर रहे छात्रों ने कहा कि पुन: परीक्षा की खबर के बाद उन्हें बहुत तनाव का सामना करना पड़ा रहा है।

सीबीएसई के एग्जाम इंचार्च से 4 घंटे तक पूछताछ
सीबीएसई के दसवीं कक्षा के गणित और बारहवीं कक्षा के अर्थशास्त्र विषय की पुन: परीक्षा की घोषणा के खिलाफ सैकड़ों छात्र सीबीएसई दफ्तर के बाहर जमा हुए। वहीं सीबीएसई प्रमुख अनीता करवाल ने बीते 29 मार्च को कहा कि दो विषयों की परीक्षा दोबारा कराने का निर्णय छात्रों के हित में है और परीक्षाओं की तिथियों की घोषणा शीघ्र की जाएगी। इस मामले में दिल्ली पुलिस ने सीबीएसई के एग्जाम इंचार्च से कल 4 घंटे तक पूछताछ की है।

पेपर लीक से 22 लाख स्टूडेंट प्रभावित
सीबीएसई ने कहा है कि लीक हुए पेपर के चलते 22 लाख स्टूडेंट इससे प्रभावित हुए हैं। इसमें 5 लाख बच्चे क्लास 12वीं के और 17 लाख क्लास 10वीं के हैं जिन्हें दोबारा परीक्षा देनी पड़ेगी। इस बीच, दिल्ली पुलिस ने करीब 15 जगह छापेमारी की। द्वारका, रोहिणी, राजेंद्र नगर स्थित कोचिंग सेटरों पर पेपर लीक होने के सबूत तलाशे गए। 18 स्टूडेंट्स और पांच कोचिंग सेंटर संचालकों सहित 25 लोगों से पूछताछ की गई।

लीक के सोर्स प्वाइंट का पता लगा रही है पुलिस
सोर्स प्वाइंट तक पहुंचने के लिए पुलिस फारवर्ड करने वाले फोन नंबरों की चेन को खंगाल रही है। अभी तक ऐसे 40 मोबाइल नंबर हाथ लगे हैं। इनमें 10वीं के 24 और 12वीं के 10 छात्र हैं। पुलकित शर्मा नाम के युवक ने मिराज नाम के युवक से पेपर मिलने की बात कही। वहीं, पहले आरोपी बनाए गए कोचिंग संचालक विक्की ने मदद के लिए पर्चा फॉरवर्ड की बात कही है।

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