यमन के विद्रोहियों ने दावा किया है कि उन्होंने रविवार को सऊदी अरब पर बैलिस्टिक मिसाइल से हमला किया है। इस हमले में निशाने पर राजधानी रियाद भी रही। विद्रोहियों के बयान और सऊदी प्रेस एजेंसी के मुताबकि, इस हमले में एक की मौत हो गई है। सऊदी की सेना ने कहा कि उसने सात मिसाइलों को अपने कब्जे में ले लिया है, जिनमें से तीन को रियाद की ओर लक्षित किया गया था, जहां लाल मिसाइल ट्रेल्स रात में आकाश में दिखाई दे रहे थे। सोशल मीडिया पर साझा किए जा रहे वीडियो में दिखाई दे रहा है कि संभवतः एक पैट्रियट मिसाइल को आने वाली विद्रोहियों की आग को रोकने के लिए भेजा जाता है। इसके लॉन्च के थोड़ी देर बाद इसे जमीन पर क्रैश कर दिया जाता है।
हूती नाम से चर्चित विद्रोही समूह पिछले तीन वर्षों से सऊदी अरब के क्षेत्र में बेलिस्टिक मिसाइल से हमला कर रहा है। हूती विद्रोही साल 2015 से यमन सरकार का समर्थन करने वाली सऊदी अरब की अगुवाई वाली गठबंधन सेना से संघर्ष कर रहे हैं। सऊदी अरब और अमेरिका ने ईरान पर हूती विद्रोहियों को हथियार मुहैया कराने का आरोप लगाया है। हालांकि इन आरोपों का ईरान झूठा बताता आया है।
रविवार के एक के बाद एक हमले किए गए। दक्षिण-पश्चिमी सऊदी अरब के शहरों को निशाना बनाया गया, वहीं यमन से सटी सीमा और राजधानी रियाद पर भी हमला किया गया। यमन में सऊदी नेतृत्व वाली गठबंधन हस्तक्षेप की तीसरी वर्षगांठ पर यह हमला हुआ है। जिस गठबंधन में संयुक्त अरब अमीरात भी शामिल है, उसकी मानवाधिकार समूह ने हवाई अभियान चलाने के लिए निंदा की है, जिस हवाइ हमले में हजारों यमन के नागरिकों की जान चली गई है। जो एक विशाल मानवीय संकट का कारण बना। संयुक्त राज्य अमेरिका गठबंधन को सैन्य और खुफिया सहायता प्रदान करता है।