मार्क जकरबर्क की फेसबुक का डाटा लीक होनी की खबर आने के बाद से पूरी दुनिया हैरान है। वहीं फेसबुक के करोड़ों यूजर का डाटा लीक होने से कंपनी को बड़ा झटका लगा है। बताया जा रहा है कि राजनीतिक विज्ञापन कंपनी के द्वारा यूजर्स का डाटा बिना उनकी सहमति के अपने पास रखने पर अमेरिकी और यूरोपीय सांसदों ने फेसबुक से जवाब माँगा है। इसके बाद बताया जा रहा है कि इस सोशल मीडिया कंपनी के शेयर करीब 7 फीसदी टूट गए। कंपनी के शेयर के 7 फीसदी टूटने से फेसबुक के सीईओ मार्क जकरबर्क को करीब एक दिन में 6.06 अरब डॉलर यानि लगभग 395 अरब रूपये का नुकसान हुआ है। अमेरिका और यूरोप के सांसदों ने ये जानने के लिए कि ब्रिटेन की कैंब्रिज एनालिटिका ने डॉनल्ड ट्रंप को अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव जीतने में किस तरह से मदद की, मार्क जकरबर्क को बुलाया गया है।
गौरतलब है कि भारत में भी काफी लोकप्रिय सोशल मीडिया प्लेटफार्म फेसबुक अपने यूजर का डाटा पूरी तरह सुरक्षित होने का दावा करती है। मगर खुद मार्क जकरबर्क ने ये बात बताई है कि 2016 के अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव से पहले उसके प्लेटफॉर्म का, प्रचार-प्रसार करने वाले रूसी लोगों ने कैसे इस्तेमाल किया था। मगर इस बात के सामने आने के बाद से खुद कंपनी के सीईओ सवालों के घेरे में आ गए हैं। समझा जा रहा है कि इस मामले के सामने आने के बाद नेटवर्किंग साईट के लिए सख्त नियमों का दवाब भी बन सकता है। कन्जर्वेटिव लीडर और यूके डिजिटल, कल्चर, मीडिया और स्पोर्ट्स कमिटी के अध्यक्ष डेमियन कॉलिंस ने कहा है कि हमें ब्रिटेन में इन्फॉर्मेशन कमीशन को और शक्तियां देने पर विचार करना चाहिए। इसका समय आ गया है।
गौरतलब है कि शुक्रवार को फेसबुक ने बताया था कि एक प्रफेसर ने फेसबुक के लॉग इन टूल्स का इस्तेमाल लोगों को साइनअप करने के लिए किया था। वहीं प्रोफेसर का दावा है कि पर्सनैलिटी ऐनालिसिस ऐप के लिए यूजर्स को साइनअप किया गया था, जिसका इस्तेमाल शैक्षणिक कार्यों में होना था। बताया जा रहा है कि कैंब्रिज के लिए 2.70 लाख लोगों ने ऐप को फेसबुक के जरिये अपने और दोस्तों के डेटा ऐक्सेस करने की इजाजत दी थी। शुक्रवार को कैंब्रिज को अपने सिस्टम से हटाने के बाद फेसबुक ने इस बारे में सफाई देते हुए कहा कि उन्हें पता चला है कि यूजर्स डेटा डिलीट नहीं किए गए थे। वहीं कैंब्रिज ने साफ किया है कि अभी उसके पास यूजर डाटा का एक्सेस नहीं है और वो फेसबुक से इस मामले के समाधान के लिए बात कर रहे हैं।