नेपाल की राजधानी काठमांडू में बांग्लादेश की एक निजी एयरलाइन ‘यूएस-बांग्ला’ के दुर्घटनाग्रस्त होने से कम से कम 49 लोगों के मारे जाने की ख़बर है. इससे पता चला है कि दुर्घटना के समय विमान में 33 नेपाली और 32 बांग्लादेशी नागरिक सवार थे. विमान में चीन और मालदीव के भी एक-एक नागरिक सवार थे. नेपाल के दूतावास ने बताया है कि इस विमान में चालक दल के चार लोगों समेत कुल 71 लोग थे.
नेपाल पुलिस के प्रवक्ता मनोज नोपेन ने इस हादसे में 49 लोगों की मौत की पुष्टि की है. उन्होंने कहा है कि 22 लोगों का पास के ही एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है.
नेपाली फ़ौज के प्रवक्ता ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स को बताया है कि हादसे में कम से कम 50 लोगों की मौत हुई है.
हादसा कैसे हुआ? ढाका से आई इस फ़्लाइट को स्थानीय समय अनुसार दो बजकर बीस मिनट पर त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर लैंड करना था. हवाई अड्डे के अधिकारियों के अनुसार, इस विमान को हवाई अड्डे की दक्षिणी पट्टी पर उतरना था, लेकिन ये विमान उत्तरी पट्टी की तरफ चला गया.
विमान हवाई पट्टी से बाहर चला गया और फ़ुटबॉल मैदान में क्रैश लैंड हुआ. विमान से सुरक्षित निकाल लिए गए बसंत बोहरा ने बताया कि विमान लगभग लैंड कर गया था, तभी एक धमाके की आवाज़ हुई और विमान कांपने लगा. फिर विमान बाईं ओर मुड़ गया. बस देखते ही देखते विमान में आग लग गई. चश्मदीदों की मानें तो दुर्घटनाग्रस्त विमान के मलबे से कई शवों को निकाला गया है.
स्थानीय मीडिया से मिल रहीं ख़बरों के मुताबिक़, त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को जाने वाली सभी फ़्लाइट्स रद्द कर दी गई हैं. वहीं नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने विमान दुर्घटना पर दुख जताते हुए इस हादसे की जाँच के आदेश दे दिए हैं.