भोपाल। वरिष्ठ समाजवादी नेता एवं सांसद शरद यादव ने आरोप लगाया है कि मध्यप्रदेश में अवैध उत्खनन के चलते नर्मदा और तवा जैसी नदियां दम तोड़ रही हैं। होशंगाबाद में तलछट दिखने लगी है। वे बोले कि भावांतर से किसानों का भला नहीं हुआ। भाजपा सरकार के अच्छे दिन और सबका विकास जैसे नारे खोखले साबित हुए।
राजधानी में रविवार को मीडिया से चर्चा करते हुए शरद यादव ने केन्द्र एवं राज्य सरकार को निशाने पर रखा। नर्मदा की बदहाली के लिए सरकार को कोसा और आशंका जताई कि प्रदेश में पानी को लेकर हाहाकार की स्थिति बनने वाली है। नर्मदा व अन्य नदियों को बचाने के बजाय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान नर्मदा परिक्रमा कर रहे हैं। उन्होंने इसे पाखंड बताते हुए सवाल उठाया कि घोषणा पत्र में तो इसका जिक्र नहीं किया था। पानी के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि मप्र सरकार गुजरात के दबाव में है। रोजगार देने के नाम पर अब पकौड़े की बातें होने लगी हैं।
दशकों से राजनीति में हूं, ऐसा दौर नहीं देखा
एक सवाल पर यादव बोले कि परमात्मा के बाद देश में पीएम ही शक्तिशाली है, फिर बैंकों की रखवाली क्यों नहीं हो पा रही है? जनता के पैसों की लूट मची हुई है। विजय माल्या, नीरव मोदी, कोठारी और ललित मोदी के नाम गिनाते हुए कहा कि ये लोग हजारों करोड़ रुपए लेकर कैसे भाग निकले। एक अन्य सवाल पर उन्होंने कहा कि दशकों से राजनीति में हूं ऐसा दौर कभी नहीं देखा।
राहुल, एनडीए व यूपीए से जुड़े सवाल टाले
राहुल गांधी से नजदीकियां, एनडीए और यूपीए से जुड़े सवालों को उन्होंने टाल दिया। नई पार्टी के बारे में पूछे जाने पर वह इतना ही बोले कि जदयू विवाद का अदालत से जो भी निर्णय हो, लेकिन जनता दल के नाम से नई पार्टी जरूरी बनेगी। जदयू के सवाल पर वह बोले कि नीतीश कुमार ने बिहार की 11 करोड़ जनता से दगा किया है।