नई दिल्ली। देश के तीन पूर्वोत्तर राज्यों में विधानसभा चुनाव का बिगुल बज गया है। चुनाव आयोग ने मेघालय, त्रिपुरा और नागालैंड में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है। चुनाव आयुक्त एके ज्योति ने बताया कि तीनों राज्यों में दो चरणों में विधानसभा चुनाव होंगे। त्रिपुरा में 18 फरवरी को वोट डाले जाएंगे। वहीं, मेघालय और नागालैंड में 27 फरवरी को वोटिंग होगी। पूर्वोत्तर के इन तीनों राज्यों में 3 मार्च को चुनाव परिणाम घोषित किए जाएंगे। इन तीनों राज्यों में VVPAT लगी ईवीएम मशीनों से वोट डाले जाएंगे। चुनाव तारीखों के ऐलान के साथ ही इन तीनों राज्यों में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है। 2019 के लोकसभा चुनावों से पहले इन तीन राज्यों के विधानसभा चुनावों को काफी अहम माना जा रहा है। मेघालय में फिलहाल कांग्रेस की सरकार है। त्रिपुरा में माणिक सरकार की अगुवाई वाली वामपंथी सरकार सत्ता पर काबिज है। वहीं, नागालैंड में नागा पीपुल्स फ्रंट-लीड डैमोक्रेटिक गठबंधन की सरकार है।
इन तीनों ही राज्यों में भाजपा सत्ता से दूर है। ऐसे में यहां कमल खिलाना उसके लिए बड़ी चुनौती होगा। मेघालय में विधानसभा की 60 सीटों के लिए चुनाव होना है। मेघालय में जहां कांग्रेस सत्ता में है तो वहीं, नेशनल पीपुल्स पार्टी और अन्य क्षेत्रीय दल भी कड़ी चुनौती पेश कर सकते हैं। इससे पहले दिल्ली में सरकार चला रही आम आदमी पार्टी भी ऐलान कर चुकी है कि वह मेघालय विधानसभा का चुनाव लड़ेगी और कम से कम 35 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े करेगी।
त्रिपुरा में भाजपा ने लगा रखा है जोर
दूसरी तरफ अगर त्रिपुरा की बात करें, तो फिलहाल माणिक सरकार की अगुवाई वाली वामपंथी सरकार यहां सत्ता पर काबिज है। भाजपा के नेता त्रिपुरा में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने का दावा कर रहे हैं। भाजपा ने काफी पहले से यहां अपनी पैठ जमानी शुरू कर दी है। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पहले ही त्रिपुरा का दौरा कर चुके हैं। चुनाव अभियान को और धार देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 31 जनवरी को यहां दो चुनावी रैलियों को संबोधित करेंगे। हालांकि त्रिपुरा में एक भी सीट भाजपा के पास नहीं है।