शहडोल । मध्य प्रदेश के मुखिया मोहन यादव ने भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। इसके बाद भी सरकारी दफ्तरों में घूसखोरी और रिश्वतखोरी के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। हालांकि लोकायुक्त विभाग ऐसे घूसखोर अधिकारी-कर्मचारियों के खिलाफ एक्शन ले रहा है। ऐसी ही एक कार्रवाई रीवा लोकायुक्त टीम ने शहडोल में की है।
दरअसल, भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कदम उठाते हुए लोकायुक्त ने रोजगार सहायक को 10000 की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। टीम ने यह कार्रवाई शहडोल जिले के जयसिंहनगर जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत छुदा पोस्ट में की है। यह कार्रवाई डीजी लोकायुक्त योगेश देशमुख के निर्देश पर की गई। जिसमें आरोपी को उसके निवास स्थान पर घूस लेते समय पकड़ा गया।
रीवा लोकायुक्त में शहडोल के जयसिंह नगर ब्लॉक के ग्राम छूदा के राजेश सिंह कंबर ने शिकायत की थी। उसने बताया कि उसके पिता की मृत्यु के पश्चात संबल योजना के तहत 2 लाख की सहायता राशि स्वीकृत हुई। इसकी राशि को मां के खाते में ट्रांसफर करने के लिए आरोपी रोजगार सहायक चंद्र प्रकाश गुप्ता ने रिश्वत की मांग की थी। इसके साथ ही पीएम आवास योजना का लाभ दिलाने के साथ समग्र आईडी बनवाने के लिए रिश्वत मांगी।