मेरठ में हुए सौरभ हत्याकांड के बाद नीले रंग के ड्रम का नाम खूब चर्चा में आया था, जब मुस्कान ने अपने पति सौरभ की हत्या कर उसके शव को नीले ड्रम में सीमेंट से पैक कर छिपा दिया था। इसके बाद देशभर में कई जगहों पर पत्नियों द्वारा अपने पतियों को ‘ड्रम में भरने’ की धमकी दी जाने लगी। अब यह चर्चा एक शादी समारोह में मजाक के रूप में सामने आई। दूल्हा-दुल्हन के दोस्तों ने उन्हें गिफ्ट के रूप में एक नीला ड्रम दिया, जिसे देखकर स्टेज पर ठहाकों का माहौल बन गया। आइए जानते है इस खबर को विस्तार से…
दोस्तों ने गिफ्ट किया नीला ड्रम…
आपको बता दें कि एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में आप देख सकते है कि दूल्हा-दुल्हन जयमाला के दौरान स्टेज पर खड़े होते हैं। तभी उनके दोस्त गिफ्ट देने के लिए स्टेज पर आते हैं और उनके साथ एक नीला ड्रम भी होता है। ड्रम देख कर दुल्हन की हंसी छूट जाती है। इसके बाद दोस्तों ने दूल्हा-दुल्हन को एक झुनझुना भी दिया और उन्हें उसे बजाने के लिए कहा। दोनों हंसते हुए झुनझुना बजाते हुए नजर आए। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, और इस पर विभिन्न प्रतिक्रियाएं आ रही हैं।
इस वीडियो पर सोशल मीडिया यूजर्स की मिश्रित प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। एक यूजर ने लिखा, “ये किस तरह का बेहूदा मजाक है? आजकल वायरल होने के लिए कुछ भी कर रहे हैं। ये किसी रीलबाज का आइडिया होगा।” वहीं एक अन्य ने तंज करते हुए लिखा, “भाई, मजाक-मजाक में दुल्हन सच में ही ना निपटा दे!” कुछ यूजर्स ने इस मजाक की आलोचना की। एक यूजर ने कहा, “एक दर्दनाक घटना को लोगों ने मजाक बना दिया है।” एक अन्य ने लिखा, “शुभ घड़ी में ऐसा मजाक नहीं करना चाहिए। ये उनके लिए मजाक हो सकता है, लेकिन जिनका बेटा नीले ड्रम से बरामद हुआ है, उनके दिल पर क्या बीत रही होगी?” एक अन्य यूजर ने तंज करते हुए कहा, “मजाक की भी एक सीमा होती है, लेकिन कुछ लोगों ने उसे भी पार कर दिया है।”
मजाक की सीमा और संवेदनशीलता
हालांकि कुछ लोग इसे सिर्फ मजाक के रूप में देख रहे हैं, लेकिन अन्य ने यह सवाल उठाया कि क्या किसी दुखद और संवेदनशील घटना को इस तरह के मजाक का हिस्सा बनाना उचित है? खासकर जब यह घटना इतनी दर्दनाक रही हो। ऐसे मामलों में मजाक की सीमा और संवेदनशीलता को समझना जरूरी है।
यह मामला इस बात को उजागर करता है कि सोशल मीडिया और आम जिंदगी में कभी-कभी संवेदनशील मुद्दों का मजाक बनाना हंसी का कारण बन सकता है, लेकिन इससे लोगों के दिलों में घाव भी हो सकते हैं। यह घटना हमें यह सिखाती है कि कभी भी मजाक करने से पहले हमें यह विचार करना चाहिए कि हम जो कर रहे हैं, वह कहीं किसी के लिए चोट का कारण तो नहीं बन रहा है।