अमेरिका में बीते 10 दिनों से भीषण ठंड का कहर जारी है। इससे अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है। फ्लोरिडा में 30 साल में पहली बार बर्फबारी हुई है। नेशनल वेदर सर्विस (NWS) ने बताया कि आने वाले कुछ दिनों में हालात और खराब होंगे। बर्फीले तूफान की वॉर्निंग जारी की गई है। पूर्वी क्षेत्र में वीरवार गुरुवार को करीब तीन हजार उड़ानें रद्द कर दी गई। देश के कुछ हिस्से बर्फीले तूफान ‘बम साइक्लोन’ की चपेट में हैं। अमेरिका के 90 फीसदी हिस्से में तापमान शून्य या उसके नीचे है।
दरअसल, 133 साल बाद अमेरिका में इतनी ठंड पड़ रही है। ऐसा कहा जा रहा है कि यह हालात बॉम्ब साइक्लोन के कारण बने हैं। इस साइक्लोन के कारण अमेरिका के कई हिस्सों में तापमान 0 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला गया है। जॉर्जिया और कैलिफोर्निया में तो हालत यह हैं कि झीलें और फाउंटेन बर्फ में तब्दील हो गए हैं। अब तक सबसे ज्यादा बर्फबारी उत्तरी तट से लगे जॉर्जिया और नॉर्थ कैरोलिना में हो रही है।
यह साइक्लोन न्यू इंग्लैंड की तरफ बढ़ रहा है। यहां 6 से 12 इंच तक बर्फबारी होने के आसार हैं। नियाग्रा फॉल समेत कई झीलें भी जम चुकी हैं। वहीं, टेक्सास से कनाडा तक लोग सर्द हवा से परेशान हैं। सरकार ने एडवाइजरी जारी करते हुए लोगों को घर में रहने के लिए कहा। बॉम्ब साइक्लोन का असर सिर्फ अमेरिका में ही नहीं, बल्कि ब्रिटेन के पश्चिमी हिस्से और आयरलैंड में भी पड़ रहा है।