मुंबई : भोजपुरी सिनेमा की जानी मानी एक्ट्रेस अक्षरा सिंह अपने बयानों के चलते अक्सर सुर्खियों में रहती हैं. अब उन्होंने एक इंटरव्यू में भोजपुरी इंडस्ट्री में कास्टिंग काउच पर बात की है. उनका कहना है कि इंडस्ट्री में ज्यादातर कास्टिंग काउच उनके साथ होता है जो कंप्रोमाइज को तैयार हो जाती हैं.

अक्षरा सिंह को भोजपुरी सिनेमा की टॉप एक्ट्रेसेस में शुमार किया जाता है. पिछले कुछ वक्त में तो उन्होंने अपनी मेहनत से तगड़ा स्टारडम पा लिया है. इंस्टाग्राम पर उन्हें 67 लाख से ज्यादा लोग फोलो करते हैं. अक्षय सिंह एक दौर में भोजपुरी के पावर स्टार पवन सिंह के साथ रिलेशनशिप में भी रहीं. पर दोनों का रिश्ता टूट गया. कई इंटरव्यूज में अक्षरा पवन पर आरोप भी लगाती दिखती हैं. अब उन्होंने भोजपुरी सिनेमा में कास्टिंग काउच पर बात की है.

हिंदी रश को दिए एक इंटरव्यू में अक्षरा सिंह ने कहा, “शोषण तो हर जगह है. हर फील्ड में है. जहां तक इंडस्ट्री की बात है. तो ये आप पर है, आप इसे किस तरह से लेना चाहते हैं…अगर आप चाहोगे तो आप करोगे कंप्रोमाइज, अगर नहीं चाहोगे तो दुनिया की कोई ताकत करवा लेगी क्या? नहीं करा पाएगी. ये आप ही हैं जो चुनते हैं. फिर आप ये चुन क्यों रहे हैं. जिनको वैसे जाना है वो जा रहे हैं, जिनको अपने उसूल पर रहना है वो ऐसे रह रहे हैं. सबकी अपनी च्वाइस है…हम रोक नहीं सकते हैं.

‘प्यार होता है, कंप्रोमाइज नहीं’
जब अक्षरा से सवाल हुआ कि क्या ये सही है कि या तो कंप्रोमाइज करो या काम नहीं मिलेगा, क्या ये सही है? इस पर अक्षरा कहती हैं, “यहां पर प्यार होता है, कंप्रोमाइज नहीं होता है, यहां डायरेक्ट प्यार होता है…यहां हर महीने 20 बार प्यार हो जाता है. फिर बदल जाता है. फिर लड़कियां ही गलत हो जाती हैं. लड़कियों को गलत बोलने लगते हैं लोग.”

अक्षरा ने कहा कि यहां पर कंप्रोमाइज नहीं होता है, यहां इमोशन हैं. वो कहती हैं, “यहां तो दिलों में भरपूर इमोशन हैं. भावनाएं भरी हुई हैं. सबके मन में भावनाओं की कमी नहीं है. सब एक दम प्यार करने में आगे रहते हैं.” जब उन्हें टोका गया कि ये तो ब्लफ (धोखा) हुए तो अक्षरा ने कहा कि शब्द तो प्यार ही है.

‘बेचारी लड़कियां’
अक्षरा आगे कहती हैं, “बेचारी लड़कियां. सबको ऐसा लगता है कि आले मेला बाबू मुझे प्याल कल लहा है (अरे मेरा बाबू मुझे प्यार कर रहा है). लेकिन बाबू तो काबू से बाहर है भैया…यहां प्यार बहुत आम चीज़ है. चंद लोग हैं. 90 और 10 पर्सेंट वाला हिसाब है. चंद लोग सीरियस भी हैं. चंद लोग बस ऐसे ही प्यार (कर रहे हैं).”

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