लंबे समय से सजा काट रहे आसाराम को सुप्रीम कोर्ट से अंतरिम जमानत मिलने के बाद वह इंदौर पहुंच चुके हैं। हालांकि, अदालत द्वारा निर्धारित शर्तों के बावजूद आसाराम अपने अनुयायियों से मिलकर प्रवचन दे रहे हैं और खुलकर बातचीत कर रहे हैं।

कोर्ट की शर्तों का उल्लंघन करते हुए प्रवचन

आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने आसाराम को 31 मार्च तक जमानत दी है, लेकिन इसके साथ ही कोर्ट ने स्पष्ट रूप से यह निर्देश दिया था कि वह अपने अनुयायियों से न मिलें और प्रवचन न दें। इसके बावजूद आसाराम ने इस आदेश का उल्लंघन करते हुए इंदौर स्थित अपने आश्रम में प्रवचन देना शुरू कर दिया है। हर दिन यहां 1,000 से अधिक लोग प्रवचन सुनने के लिए इकट्ठा हो रहे हैं।

आसाराम ने शनिवार को अपने प्रवचन में कहा कि अगर वातावरण अनुकूल रहा, तो वह और बड़े सत्संग भी आयोजित करेंगे। इस दौरान, वह खुलेआम अपने अनुयायियों से संपर्क कर रहे हैं, जिससे यह स्पष्ट होता है कि कोर्ट द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों का वह पालन नहीं कर रहे हैं।

सुरक्षा व्यवस्था और विशेष प्रवेश

इंदौर में आसाराम के आश्रम में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। आश्रम के बाहर सुरक्षा गार्ड तैनात किए गए हैं, जो किसी को भी गेट पर रुकने नहीं देते। इसके अलावा, मोबाइल फोन और स्मार्टवॉच की एंट्री पर रोक लगा दी गई है ताकि कोई भी व्यक्ति रिकॉर्डिंग न कर सके। आश्रम के पिछले गेट से अनुयायियों को अंदर ले जाकर उन्हें प्रवचन में भाग लेने दिया जा रहा है। आश्रम में वीआईपी रसीद भी दी जा रही है, जिसके लिए 1,100 से 11,000 रुपए तक की राशि ली जा रही है।

प्रवचन स्थल और सुरक्षा तैनाती

आश्रम के प्रवचन स्थल को पूरी तरह सफेद चादरों से ढक दिया गया है, जहां एक हजार से अधिक लोग प्रवचन में शामिल हो रहे थे। आसाराम की सुरक्षा के लिए पुलिस और सीआरपीएफ के जवान भी तैनात हैं। इसके अलावा, प्रवचन की दो कैमरों से रिकॉर्डिंग की जा रही थी। जब सेवादारों से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि यह लाइव सत्संग के लिए किया जा रहा है, जिससे अन्य आश्रमों में मौजूद भक्त इसे ऑनलाइन देख सकें।

आसाराम की जमानत और भविष्य की स्थिति

सुप्रीम कोर्ट ने आसाराम को 31 मार्च तक जमानत दी थी, और साथ ही यह भी स्पष्ट कर दिया था कि उसे अपने अनुयायियों से मिलने या प्रवचन देने की अनुमति नहीं है। इसके बावजूद, वह अपनी गतिविधियों को जारी रखे हुए हैं। इसी तरह, 14 जनवरी को राजस्थान हाईकोर्ट ने भी उसे 31 मार्च तक अंतरिम जमानत दी थी, जिससे उसे देश के किसी भी आश्रम में रहने और इलाज करने की अनुमति मिली। आसाराम फिलहाल 31 मार्च 2025 तक अंतरिम जमानत पर है और उसके बाद की स्थिति का निर्णय अदालत द्वारा लिया जाएगा।

इंदौर में आसाराम का प्रवास

आसाराम ने जोधपुर के आरोग्यम हॉस्पिटल से छुट्टी मिलने के बाद पालनपुर और अहमदाबाद होते हुए इंदौर पहुंचने का सिलसिला जारी रखा। हालांकि, इंदौर आश्रम में वह कितने दिन रहेंगे, इस बारे में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है। आसाराम की गतिविधियां और उनके खिलाफ अदालत के आदेशों की अनदेखी अब चर्चा का विषय बन गई हैं, और यह देखना बाकी है कि क्या सुप्रीम कोर्ट उनके खिलाफ कोई कदम उठाएगा या नहीं।