भोपाल । मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल पुलिस ने एक युवक की हत्या के मामले में उसके दोस्त को हैदराबाद से गिरफ्तार कर लिया है. हत्या के बाद आरोपी ने शव को रातापानी के जंगल में छिपा दिया था जिसे पुलिस ने पहले ही बरामद कर लिया था. गिरफ्तारी के बाद आरोपी ने जो बातें पुलिस को बताई उसे जानकर पुलिस भी हैरान है.

पुलिस ने बताया कि आरोपी पहले से ही 5 शादियां कर चुका है और अलग-अलग राज्यों में 5 अन्य महिलाओं से उसके संबंध भी हैं लेकिन इसके बावजूद आरोपी की गंदी नज़र उससे आधी की एक युवती पर रहती थी जिसमें युवती का भाई रुकावट बन रहा था इसलिए उसकी हत्या कर दी.

छोला पुलिस के मुताबिक, 03 दिसंबर 2024 को सूरज प्रजापति नाम के शख्स ने एफआईआर लिखवाई कि उसका बेटा संदीप प्रजापति 2 दिसंबर से लापता है और 3 दिसंबर को उसकी बहन वंदना को अवकेश नाम के युवक ने फोन कर धमकी दी है कि तुम मेरे पेटीएम खाते पर एक लाख रुपए डाल दो, तभी मैं तम्हारे भाई संदीप को छोडूंगा. यदि तुमने मोबाइल पर पैसे नहीं डाले तो मैं तुम्हारे भाई को जान से खत्म कर दूंगा.

वंदना ने यह बातचीत रिकॉर्ड कर ली और सूरज को सुनाई. जिसके बाद वो थाने पर एफआईआर लिखवाने आया. सूरज ने बताया कि कॉल कर फिरौती मांगने वाला अवकेश उसके बेटे संदीप का दोस्त ही है.

शिकायत के आधार पर छोला थाने पर आरोपी अवकेश के खिलाफ धारा 140(2), 140 (3) बीएनएस के तहत के दर्ज कर जांच शुरू की गई. इस दौरान 7 दिसंबर को गुमशुदा संदीप प्रजापति की लाश थाना रेहटी जिला सिहोर के देलावाडी घाटी के जंगल से बरामद की गई.

मामले की गंभीरता को देखते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम का गठन किया गया और आरोपियों का सुराग देने पर 30 हज़ार रुपए इनाम की घोषणा की गई. करीब महीने भर की तफ्तीश और जद्दोजहद के बाद आरोपी अवकेश को हैदराबाद से गिरफ्तार किया गया. आरोपी दूसरे नाम से हैदराबाद में ट्रक ड्राइवर की नौकरी करने लगा था.

पकड़े जाने पर हुआ हैरान कर देने वाला खुलासा
गिरफ्तार आरोपी अवकेश ने बताया कि उसका असली नाम विकास जायसवाल है और भोपाल में उसने फ़र्ज़ी नाम अवकेश रखा था. विकास उर्फ़ अवकेश ने बताया कि उसने अलग-अलग पहचान बताकर 5 शादियां की हैं और इसके अलावा अलग-अलग राज्यों में 5 अन्य महिलाओं के साथ उसके संबंध हैं.

आरोपी ने बताया कि वह अपने दोस्त संदीप की मौसेरी बहन वंदना से शादी करना चाहता था, लेकिन संदीप को यह बात पसंद नहीं थी, इसलिए उसे रास्ते से हटाने का प्लान बनाया. अपने दो अन्य दोस्तों उत्कर्ष चौधरी और आदर्श चौधरी के साथ मिलकर संदीप को पहले अगवा किया, फिर जंगल में हत्या कर उसका शव छिपा दिया. इसके बाद वंदना को कॉल कर फिरौती मांगी ताकि पुलिस का ध्यान भटका सके.

आरोपी ने बताया कि हत्या के बाद वो नागपुर होता हुआ कोलकाता चला गया. इसके बाद असम, बिहार, महाराष्ट्र और कर्नाटक होते हुए आंध्रप्रदेश पहुंचा और नकली नाम से ड्राइवरी करने लगा.

आरोपी ने बताया कि वो हर जगह फ़र्ज़ी पहचान के साथ ड्राइविंग लाइसेंस बनवाकर ड्राइवरी करता था और नकली पहचान पत्र से सिम कार्ड लेता था, इसलिए पिछले अपराधों में भी पुलिस उसको पकड़ नहीं पाई, क्योंकि अपराध के बाद वो राज्य ही बदल लेता था. फ़िलहाल पुलिस आरोपी की पत्नियों से भी पूछताछ करने की तैयारी में है ताकि आरोपी के आपराधिक रिकॉर्ड को खंगाला जा सके.