नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर बीती रात हुई भगदड़ में मृतकों की संख्या 18 पहुंच गई है। इस घटना में बड़ी संख्या में लोग घायल भी हुए हैऔर कुछ गंभीर रूप से भी जख्मी हुए है। भगदड़ के प्रत्यक्षदर्शीयों ने बताया कि घटना से पहले स्टेशन पर भारी भीड़ इकठ्ठा हो गई थी। इसके बाद कुछ लोग जयकारा लगाते हुए आए और आगे की और चले गए। इसके साथ ही यहां भगदड़ मच गई।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटना को लेकर ट्वीट किया की, “नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ से व्यथित हूँ। मेरी संवेदनाएँ उन सभी लोगों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है। मैं प्रार्थना करता हूँ कि घायल लोग जल्दी ठीक हो जाएँ। अधिकारी इस भगदड़ से प्रभावित सभी लोगों की सहायता कर रहे हैं।”

अस्पताल के एक सूत्र ने बताया कि अधिकतर लोगों को ऐसी चोटें आई है जिसके उपचार के लिए सर्जरी की जरूरत पड़ेगी। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ के समय मौजूद एक यात्री ने बताया की भीड़ ज्यादा होने के कारण कई यात्री बेहोश हो गए। एक दूसरे यात्री ने बताया कि कई ट्रेनें देरी से थी जिसके कारण स्टेशन पर भीड़ बढ़ गई। कइयों ने बताया कि उनके सामने ही 7-8 महिलाओं को स्ट्रेचर पर ले जाया गया।

एक अधिकारी ने बताया की कुछ ट्रेने देरी से चल रही थी जिसके कारण प्लेटफार्म संख्या 12, 13 और 14 पर अधिक संख्या में भीड़ जमा हो गई। उन्होंने बताया कि रेलवे हर घंटे 1500 जनरल टिकट बेच रहा था। जिसके बाद प्लेटफार्म संख्या 14 और 16 के एस्केलेटर के नजदीक 9 बजकर 55 मिनट पर भगदड़ मच गई।

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ट्वीट कर कहा, “नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई दुर्भाग्यपूर्ण भगदड़ से मैं बहुत दुखी हूँ। मेरी प्रार्थनाएँ उन सभी लोगों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है। पूरी टीम इस दुखद घटना से प्रभावित सभी लोगों की सहायता के लिए काम कर रही है।”

रेलवे बोर्ड के अधिकारी ने बताया कि कोई भी ट्रेन रद्द नहीं की गई थी बल्कि लोगों की भीड़ को देखते हुए मौके से 3 और ट्रेने चलाने का फैसला लिया गया था। परन्तु भीड़ बेकाबू हो गई। उन्होंने कहा कि कुछ यात्रियों ने अपने से आगे के यात्रियों को धक्का दे दिया जिसके बाद भगदड़ मची। बाकी की जानकारी CCTV देखने के बाद पता चलेगी। घटना को लेकर उच्च स्तरीय जांच के भी आदेश दिए जा चुके है।