छतरपुर। मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले से एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है जहां पिछले एक महीने से पुलिस की निष्क्रियता से परेशान एक किसान अपनी चोरी हुई भैंस के बछड़े को लेकर SP ऑफिस पहुंच गया और उसे वहीं पर बांध दिया। पीड़ित किसान का कहना है कि महीने भर पहले उसकी भैंस चोरी हुई थी, भैंस को ले जाते हुए चोर सीसीटीवी में भी कैद हो गए थे, लेकिन पुलिस अबतक आरोपियों का पता नहीं लगा पाई है। घटना के समय महीनेभर उम्र का उसका बच्चा अब दो महीने का हो गया है, और उसकी भूख मिटाने के लिए उसे रोजाना 200 रुपए का दूध पिलाना पड़ रहा है। इसी से परेशान होकर किसान बच्चे को एसपी ऑफिस में छोड़ने आया थाा।
यह मामला सिविल लाइन थाना क्षेत्र के कर्री गाँव का है। जहां रहने वाले भैया लाल पटेल की भैंस करीब महीनेभर पहले चोरी हो गई थी। चोरी की भैंस को ले जाते हुए चोर गांव के रास्ते में लगे एक CCTV में दिखाई दिए थे। ऐसे में पीड़ित भैयालाल का कहना है कि वह पिछले 15 दिनों से लगातार थाने के चक्कर लगा रहा था। रोजाना सुबह 10 बजे से 5 बजे तक बैठा रहता था, चोरों की पहचान एवं CCTV देने के बाद भी पुलिस चोरों को नही पकड़ पाई।
फरियादी का कहना है चोर जिस भैंस को चुराकर ले गए थे उस समय उसका महीनेभर का बछड़ा भी था, जो कि अब दो महीने का हो चुका है। उसने बताया कि ‘पिछले एक महीने से वह उस बछड़े को बोतल से दूध पिला रहे हैं। जिसमें रोजाना भारी खर्च आ रहा है, और जिसे वहन करना अब हमारे बस की बात नहीं है।’
इन्हीं सब बातों से परेशान होकर भैंस मालिक परिवार मंगलवार को बछड़े को लेकर SP पहुंच गया और उसे वहीं बांध दिया। भैंस मालिक का कहना है हम महीनेभर से परेशान हैं। पुलिस अबतक चोरों को पकड़ नहीं पाई है, जबकि हम उन्हें पहले से CCTV फुटेज एवं चोरों की पहचान और पता बता चुके हैं इसलिए पुलिस जब हमारी भैंस और चोरों को नहीं ढूंढ पाई तो अब इस बछड़े को यहीं छोड़कर जाएंगे, ताकि इसे भी पुलिस ही पाल ले।
रोज 200 रुपए का दूध पीता है बछड़ा
भैंस मालिक भैयालाल पटेल ने बताया कि भैंस का बछड़ा रोजाना दो सौ रुपए का दूध पी जाता है। वहीं उसकी मां (भैंस) न होने पर हमें दूध खरीदकर पिलाना पड़ रहा है, हम लोग गरीब किसान हैं इतना खर्चा नहीं उठा सकते हैं।
CSP ने दिया कार्रवाई का आश्वासन
मामले CSP अमन मिश्रा ने फरियादियों से बात की और उनकी समस्याओं को सुनने के बाद जल्द से जल्द चोरों के पकड़ने का आश्वासन देकर किसान को बछड़े के साथ समझाबुझाकर वापस भेज दिया।