ग्वालियर । मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि सबसे पिछडी जनजातियों में शामिल सहरिया जनजाति के विकास के लिए कोई कसर नहीं छोडी जायेगी। सहरिया जनजाति को हर स्तिर पर आगे बढाया जायेगा। मुख्यंमंत्री चौहान ने यह बात मुंगावली जनपदीय अंचल के धार्मिक स्थतल करीला धाम में आज आयोजित सहरिया विकास सम्मे लन सह नशा मुक्ति संकल्पज कार्यक्रम में कहीं। इस मौक पर पंचायत एवं ग्रामीण मंत्री गोपाल भार्गव, गृह मंत्री भूपेन्द्रल सिंह, लोक निर्माण मंत्री रामपाल सिंह, उच्चत शिक्षा एवं लोक सेवा प्रबंधन मंत्री तथा जिले के प्रभारी मंत्री जयभान सिंह पवैया, राज्यतसभा सदस्य् प्रभात झा और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की धर्मपत्नि साधना सिंह सहित विभिन्नं जनप्रतिसनिधिगण एवं साधु संतजन उपस्थित थे।
मुख्यतमंत्री चौहान ने समारोह में उपस्थित जनसमुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि सहरिया समुदाय में कुपोषण को दूर करने के लिए सहरिया बहिनों के खातों में हर माह एक हजार रूपये की राशि जमा की जायेगी, जिससे वे अपने बच्चों को पोषण आहार खिला सके। उन्होरने कहा कि किसी भी गरीब एवं सहरिया परिवार को बगैर भूमि के नहीं रहने दिया जायेगा। हरेक सहरिया परिवार को पक्का मकान बनाने के लिए पैसा दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि जिन सहरिया परिवारों को अब तक वनाधिकार के पटटे नहीं मिले है, उनका सर्वे कराया जायेगा और पात्रताधारी सहरिया परिवारों को वनाधिकार के पटटे दिलवाये जायेगे। मुख्यसमंत्री ने सहरिया समुदाय को भरोसा दिलाया कि अशोकनगर जिले में गरीबो एव सहरिया बस्तियों में पेयजल की समुचित व्यसवस्थाअ कराई जायेगी। इन बस्तियों में टयूबेल एवं हैण्ड पम्पोंस का उत्खानन कराया जायेगा। इन बस्तियों में लगे जिन हैण्डेपम्पों का पानी नीचे चला गया होगा, वहां बिजली की मोटर लगवाई जायेगी। ताकि पानी प्राप्ती करने में आसानी रहे। मुख्येमंत्री ने कहा कि जल विस्तागर के लिए जहां तालाब कुदवाना जरूरी होगा, वहां तालाब खुदवाये जायेगें। इसके अलावा खेतीवाडी के लिए सिंचाई संसाधनों का विस्तार किया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने सहरिया समुदाय के बच्चों को स्वरोजगार में स्थापित करने के लिए उन्हें कम्यूडीटर का प्रशिक्षण दिलाने का भरोसा दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि सहरिया परिवारो में प्रत्येक घर को बिजली से जोडा जायेगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार अब ऐसी व्यवस्था करने जा रही है कि अब प्रत्येक गरीब परिवार को बिजली के बदले महीने में सिर्फ 200 रूपये ही अदा करने होगें। इसके लिए मीटर की जरूरत नही होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि सहरिया समुदाय के दस हजार बच्चों को आई टी आई में स्व रोजगारमूलक प्रशिक्षण दिलाकर स्वरोजगार में स्थाेपित किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने करीला धाम में जानकी माता मंदिर एवं प्रांगण निमार्ण हेतु 05 करोड 74 लाख 47 हजार रूपये की मौके पर ही घोषणा करते हुए भरोसा दिलाया कि इसके निर्माण पर यदि और व्योय होगा तो उसके लिए भी धनराशि दी जायेगी। उन्होंने कहा कि वर्तमान में जहां शबरी माता का मंदिर स्थित है, वहां उनका भव्यन मंदिर बनवाया जायेगा। उन्होनें इसके लिए जमीन आवंटन की विधिवत कार्यवाही करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि सहरिया समुदाय के बच्चे के बेहतर शिक्षण हेतु उनके लिए 17 करोड 50 लाख रूपये की लागत से इंदौर एवं ग्वालियर में छात्रावास भवन बनवाये जायेगें।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में उपस्थित सहरिया समुदाय से आग्रह किया कि वे संकल्प लें कि समाज का कोई भी व्यक्ति नशा नही करेगा और पूरे समाज को नशा मुक्ति बनायेगें। वे यह भी संकल्प लें कि अपने हरेक बेटा-बेटी को स्कू ल पढने भेजेगें तथा अपनी जमीन के टुकडे को कभी नही बेचेंगें। साथ ही वे अपने समुदाय में बाल विवाह नही करने का भी संकल्प लें। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में उपस्थित साधु-संतों का शॉल उडाकर सम्मान किया और विभिन्न हितग्राहियों को हितग्राहीमूलक योजनाओं के प्रमाण पत्र बांटे। सहरिया विकास सम्मेलन सह नशा मुक्ति संकल्पि कार्यक्रम में बडी संख्या् में सहरिया समुदाय एवं ग्रामीणजन उपस्थित थे। आयोजन के पास ही विशाल समरसता भोज का आयोजन किया गया था, जहां सभी समुदाय के लोगों ने साथ-साथ बैठकर भोजन किया।
मुख्ममंत्री ने जानकी माता मंदिर में पूजा अर्चना की
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज अपनी धर्म पत्नि साधना सिंह के साथ करीला धाम पहुंचे, जहां उन्होंसने जानकी माता मंदिर में पूजा अर्चना की। मुख्यमंत्री अपनी धर्म पत्नि के साथ शवरी माता मंदिर गये।
मुख्यमंत्री ने अभिषेक के पढने की व्यवस्था करने के दिये निर्देश
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज जब सहरिया विकास सम्मेलन सह नशा मुक्ति संकल्प कार्यक्रम के समापन के बाद हेलीपेड की ओर रवाना हो रहे थे, तब 10 वर्षीय बालक अभिषेक ओझा ने उनसे अपनी पढाई की व्य वस्थाल किये जाने का अनुरोध किया।
अभिषेक ने मुख्यमंत्री को बताया कि उसके पिता का निधन हो चुका है जिस कारण उसकों पढाई बीच में ही छोडनी पडी। अभिषेक ने मुख्यमंत्री से पढाई लिखाई की व्यवस्था कराने की फरियाद की। मुख्यमंत्री ने अभिषेक की बात को ध्यानपूर्वक सुना और वहां मौजूद कलेक्टर को अभिषेक की पढाई लिखाई की उचित व्यवस्था कराने के निर्देश दिए।