रश्मिका मंदाना का करियर ग्राफ लगातार नई ऊंचाइयों पर है। वे लगातार पैन इंडिया फिल्मों का हिस्सा बन रही हैं। अभी ‘पुष्पा 2’ का खुमार उतरा भी नहीं कि अब वे जल्द ही ‘छावा’ में नजर आएंगी। लगातार सफल फिल्मों का हिस्सा बनने के बाद भी रश्मिका जड़ों से जुड़ी हुई हैं। वे सफलता को अपने सिर पर नहीं चढ़ने देतीं। हाल ही में जब उनसे इस बारे में पूछा गया तो अभिनेत्री ने दिलचस्प जवाब दिया।

रश्मिका मंदाना का कहना है कि विनम्र रहने के लिए उन्हें कोई अलग प्रयास नहीं करने होते, क्योंकि उन्हें लगता है कि वे ऐसी ही हैं। रश्मिका ने कहा, ‘ये मेरी खुशकिस्मती है कि मुझे इसके लिए अलग से कुछ कोशिश करने की जरूरत नहीं। मेरे दिमाग में पहले ही चीजें क्लियर हैं और मैं ऐसी ही हूं। मुझे पता है कि जिन चीजों को हम पसंद करते हैं। जिन सुविधाओं का आनंद लेते हैं, वह एक पल में आ भी सकती हैं और जा भी सकती हैं। सिर्फ यही चीज कुछ ऐसी है, जो मुझे जमीन से जोड़े रखती और मैं अपनी जड़ों से जुड़ी हूं’।

श्मिका मंदाना ने कहा कि उनके मुताबिक सुख-सुविधा और लग्जरी लाइफ सबकुछ क्षणभंगुर है। उन्होंने हमेशा अपनी जड़ों से जुड़े रहने की कोशिश की। रश्मिका ने आगे कहा कि इतने वर्षों में उन्होंने अपने आसपास भी खुद को ऐसे लोगों से घिरा पाया है, जो उन्हें सफलता के बावजूद जमीन से जुड़े रहने में मदद करते हैं। रश्मिका के मुताबिक उनके आसपास ऐसे लोग हैं, जो सफलता को उनके सिर पर सवार नहीं होने देते।