सागर । लोकायुक्त पुलिस सागर ने जिले के बंडा तहसील के एक पटवारी को 10 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। पटवारी ने एक जमीन के सीमांकन के एवज में रिश्वत मांगी थी। लोकायुक्त पुलिस ने पटवारी के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया है।
लोकायुक्त में की शिकायत पीड़ित ने
पुलिस महानिदेशक लोकायुक्त जयदीप प्रसाद के भ्रष्टाचार के विरुद्ध सख्त कार्रवाई किए जाने के निर्देश पर पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त सागर संभाग योगेश्वर शर्मा के मार्गदर्शन में लोकायुक्त इकाई सागर ने ट्रैप की कार्रवाई की है।
बहरौल के रमपुरा निवासी फरियादी भगवानसिंह लोधी ने 15 जनवरी को लोकायुक्त एसपी कार्यालय सागर में पहुंचकर शिकायत की थी। उन्होंने बताया कि उनकी पैतृक जमीन का बंटवारा हुआ था। जमीन अलग-अलग होने के बाद बेनामा के आधार पर सीमांकन कराना था। इसके लिए पटवारी मुन्नालाल अहिरवार के पास गया।पटवारी ने सीमांकन करने के लिए 30 हजार रुपए की रिश्वत की मांग की। इसके बाद रिश्वत की राशि में से 5 हजार रुपए वह पहले ले चुका था। शिकायत मिलते ही लोकायुक्त ने जांच शुरू की। जिसके बाद शुक्रवार को लोकायुक्त की टीम कार्रवाई के लिए बंडा रवाना हुई।
लोकायुक्त पुलिस ने बंडा पहुंचकर ने फरियादी भगवानसिंह को रिश्वत की राशि लेकर पटवारी के पास भेजा। पटवारी ने भगवान सिंह को बंडा के बरा तिराहे के पास स्थित अपने निजी कार्यालय पर बुलाया। जहां पहुंचकर फरियादी ने रिश्वत के 10 हजार रुपए पटवारी को दिए। तभी इशारा मिलते ही लोकायुक्त की टीम ने दबिश दी और पटवारी मुन्नालाल को रिश्वत की राशि के साथ रंगे हाथों पकड़ लिया। लोकायुक्त इंस्पेक्टर अभिषेक वर्मा ने बताया किसी मांकन के एवज में 10 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए पटवारी मुन्नालाल अहिरवार को पकड़ा है। उनके खिलाफ भष्ट्राचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कर जांच में लिया है।