भोपाल । नदी जोड़ो अभियान को नई गति देते हुए मध्यप्रदेश में सिंचाई क्षेत्र में आशातीत वृद्धि की जाएगी। जिस तरह नर्मदा और क्षिप्रा को जोड़ा गया उस पद्धति से अन्य नदियों को भी परस्पर जोड़ने की परियोजनाएं अमल में लाई जाएंगी। जो रोडमेप तैयार किया गया है उसके अनुसार प्रदेश का सिंचित रकबा वर्ष 2022-23 तक 60 लाख हेक्टेयर तक ले जाया जाएगा। यह बात जनसम्पर्क, जल संसाधन और संसदीय कार्य मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्र ने एक निजी चैनल द्वारा आयोजित कार्यक्रम में कही। जनसम्पर्क मंत्री ने कार्यक्रम के विशेष सत्र में उपस्थित आमंत्रित नागरिकों के प्रश्नों के उत्तर भी दिए।
जनसम्पर्क और जल संसाधन मंत्री डॉ. मिश्र ने बताया कि आज से चौदह वर्ष पहले प्रदेश का सिंचाई रकबा सात लाख हेक्टेयर के आसपास था। आज यह चालीस लाख हेक्टेयर तक पहुँच गया है। मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान के विकास के दृढ़ संकल्प का ही परिणाम है कि आज प्रदेश में अच्छी सिंचाई के फलस्वरूप कृषि क्षेत्र की तस्वीर बदल गई है। यह क्रम जारी रहेगा। हर खेत तक पानी पहुँचाने के लिए प्रधानमंत्री श्री मोदी के संकल्प “पर ड्राप मोर क्रॉप” को भी गंभीरता से क्रियान्वित किया जाएगा। जनसम्पर्क मंत्री ने मध्यप्रदेश में शिक्षा, स्वास्थ्य, सुदृढ़ कानून व्यवस्था, नगरीय विकास, पेयजल, विद्युत, सड़क निर्माण, उद्योग, रोजगार और अन्य क्षेत्रों में हुए विकास का भी सिलसिलेवार ब्यौरा दिया। इसके पूर्व उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा शत-प्रतिशत घोषणाएं पूर्ण की गई हैं। मुख्यमंत्री चौहान की विकास की दृढ़ इच्छा शक्ति के कारण प्रदेश की तस्वीर बदल चुकी है। इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान, तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास, श्रम, स्कूल शिक्षा राज्यमंत्री दीपक जोशी उपस्थित थे।