विजयपुर: मध्य प्रदेश के विजयपुर विधानसभा में हुए उपचुनाव में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा था. यहां से भाजपा ने प्रदेश सरकार के मंत्री रामनिवास रावत को मैदान में उतारा था, लेकिन वो पार्टी की उम्मीदों पर खरे नहीं उतर पाए, उनकी हार की प्रदेश भर में चर्चा है, ऐसे में रावत का भी दर्द छलका है, उन्होंने एक बड़ा बयान देते हुए कहा कि कुछ लोगों को लगा कि मेरे बीजेपी में आने के बाद उनका सब कुछ खत्म हो जाएगा, उन लोगों ने मुझे हराने में कोई कसर नहीं छोड़ी, ऐसे लोगों ने जनता को भ्रमित किया और मूल भाजपा के लोगों को बरगलाया. इसके अलावा उन्होंने क्या कुछ कहा जानते हैं.
विजयपुर में हुए उपचुनाव में कांग्रेस ने जीत हासिल की. इस जीत के बाद कांग्रेस जोश से लबरेज है, भाजपा प्रत्याशी और मोहन सरकार के मंत्री राम निवास रावत को हार का सामना करना पड़ा था, हार के बाद उनका दर्द छलका है और मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि कुछ लोगों को लगा कि मेरे बीजेपी में आने के बाद उनका सब कुछ खत्म हो जाएगा, उन लोगों ने मुझे हराने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी, ऐसे लोगों ने जनता को भ्रमित किया और मूल भाजपा के लोगों को बरगलाया. बातचीत के दौरान रावत से पूछा गया कि इतना काम कराने के बाद भी क्या जनता समझ नहीं पाई?
इसके जवाब में उन्होंने कहा, ‘जनता न कहें, कुछ ही लोग हैं. जो मंत्री पद स्वीकार नहीं कर पाए, जबकि जनता ने 93 हजार वोट दिए हैं. बस कुछ ही लोग स्वीकार नहीं कर पाए. साथ ही साथ बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि मूल रूप से भाजपाई लोगों को कहा गया कि अगर ये जीतकर आ जाएगा तो फिर तुम्हारा कौन सुनेगा. अपने आदमियों को देखेगा, लेकिन ऐसा नहीं है मैं पूरी तरह से भाजपा में शामिल हुआ हूं और भाजपा की नीति और सिद्धांतो पर चलूंगा.
साथ ही साथ उन्होंने कहा कि चुनाव में जिन लोगों ने गड़बड़ी की है और पार्टी के खिलाफ काम किया है, उनकी पूरी रिपोर्ट बनाकर मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष को दूंगा, साथ ही साथ कहा कि जल्द ही पार्टी नेतृत्व से मुलाकात करूंगा. इसके अलावा कहा कि जनता ने मुझे भले ही नकार दिया हो, लेकिन मैं जनता के बीच में रहूंगा और सुख- दुख में साथ दूंगा.