ग्वालियर। शहर के सिरोल क्षेत्र में रहने वाली नंदिनी केवट (32) की उसके लिव इन पार्टनर अरविंद परिहार ने हत्या करने की कोशिश की। नंदिनी को ओरेंज वुड्स रेसीडेंसी के बाहर सड़क पर कार से तीन बार कुचला। पहली बार जब टक्कर मारी तो नंदिनी का बेटा मयंक उर्फ महक और मां सुखदेवी भी साथ थे। यह दोनों उछलकर दूर गिरे। फिर अरविंद कार दो बार मोड़कर लाया और दोनों बार नंदिनी को कुचला। नंदिनी के पूरे शरीर में गंभीर चोट हैं। वह अस्पताल में जिंदगी-मौत से लड़ रही है। टक्कर लगने से उसका बेटा मयंक और मां सुखदेवी भी घायल हैं।
नंदिनी को अरविंद पिछले तीन दिन से बेरहमी से पीट रहा था। परेशान होकर उसने अपने माता-पिता को बुलाया था, फिर रात में सिरोल थाने लिव इन पार्टनर अरविंद की शिकायत करने गई थी। नंदिनी शिकायत कर लौट रही थी, तभी अरविंद उसकी हत्या करने पर उतारू हो गया। सिरोल थाना पुलिस ने इस मामले में अरविंद के खिलाफ हत्या के प्रयास की एफआइआर दर्ज की है। आरोपित अब तक फरार है।
मेरी शादी करीब 10 साल पहले इंदरगढ़ में रहने वाले गोटीराम केवट से हुई थी। शादी के दो साल बाद बेटे मयंक का जन्म हुआ। शादी के बाद विवाद होता था, इसलिए हम अलग हो गए। मैं झांसी के टहरौली की रहने वाली हूं। पति से अलग हो गई तो ग्वालियर आ गई थी। बेटा मेरे साथ ही रहता था। अपना परिवार पालने के लिए मैं ब्यूटी पार्लर पर काम करने लगी थी। तभी मेरी मुलाकात अरविंद परिहार से हुई। उसने मुझसे नजदीकी बढ़ाई और बोला कि पत्नी की तरह साथ रखूंगा। मैं उसकी बातों में आ गई। मैं उसके साथ वुड्स रेसीडेंसी के फ्लैट नंबर-306 में रहती हूं।
पिछले तीन दिन से वह बहुत परेशान कर रहा था। वह मुझे पीट रहा था। परेशान होकर पिता बृजमोहन को ग्वालियर बुलाया। माता-पिता दोनों शनिवार को आ गए थे। मैं रात को अरविंद की शिकायत करने के लिए सिरोल थाने गई। सिरोल थाने से लौटकर मैं, मेरा बेटा और माता-पिता आ रहे थे। वुड्स रेसीडेंसी के पास पिता ने कहा कि वह आटो लेकर आ रहे हैं। मैं, बेटा और मेरी मां सड़क किनारे खड़े थे।
तभी अरविंद अपनी कार एमपी 07 जेड ए 6857 से आया। उसने सीधे टक्कर मारी। बेटा और मां उछलकर गिरे। मुझे कुचलकर भागा, मैं सड़क से उठ नहीं पा रही थी। कार मोड़कर दो बार लाया और मुझे टक्कर मारकर निकला। चौथी बार फिर गाड़ी वापस लाया तो यहां से अंकित शर्मा गुजरे। इन्होंने अपनी कार सामने अड़ा दी तो इनकी गाड़ी में टक्कर लगी। फिर वह भाग गया। मुझे अंकित ने अस्पताल पहुंचाया। अरविंद मेरी जान लेना चाहता था।
अरविंद परिहार के बारे में बताया गया है कि वह पहले से शादीशुदा है। अरविंद की पत्नी शहर से बाहर रहती है। एक और महिला से उसके संबंध हैं, जो गोला का मंदिर इलाके में रहती है। पिछले साल से नंदिनी के साथ रह रहा था।