सागर । आचार्य श्री विद्या सागर महाराज की समाधि के उपरान्त पहली बार उनकी अनुपस्थिती में सागर जैन समाज के द्वारा उनके अवतरण दिवस पर विशाल नाटिका का मंचन कटरा बाज़ार में 10000 से अधिक लोगों की उपस्थिति में सम्पन्न हुआ। 55 मिनट की नाटिका में सभी लोगों की आंखें नम हो गई। आचार्य श्री के व्यक्तित्व और कृतित्व पर आधारित इस नाटिका मॅ गुरुदेव की समाधि से लेकर नवाचार्य के पदारोहण का मंचन बेगमगंज जैन समाज की बालिकाओं के द्वारा इस नाटक नाटिका के माध्यम से किया गया था इस नाटिका का निर्देशन आर्यिका अंतरमति माताजी ने किया है ।

आचार्य श्री के कई प्रकल्पों को इस नाटिका के माध्यम से बताया गया और 16 अप्रेल को आचार्य पदारोहण लाखों लोगों की उपस्थिति में संपन्न हुआ था। इसके पश्चात् आचार्य श्री के द्वारा लिखित महाकाव्य मूकमाटी के द्वारा नाटिका में ट्विस्ट आया और नाटिका में मूकमाटी के शब्दों  को सराहा गया। कार्यक्रम की शुरुआत मैं महाआरती बाहुबली कालोनी लिंकरोड से होती हुई वर्णी कालोनी से तिलकगंज कटरा से मुख पंडाल पहुंची।

इसमें हजारो लोग शामिल थे। कार्यक्रम में 22 महिला मंडलों ने आरती बनाकर जमा की थी। इसमें 3 महिला मंडलों को पुरस्कार दिए गए । सभी महिला मंडलों को स्थान दोनों पुरस्कार दिये गए आचार्य श्री विद्या सागर महाराज और नवाचार समय सागर महाराज की फोटो 1000 से अधिक लोगों को वितरित की गई। 

कार्यक्रम में बड़े बाबा और आचार्य श्री के चित्र का अनावरण सागर के सभी पुन्यार्जको और और दी प्रज्वलन सांसद डॉ लता वानखेडे विधायक शैलेन्द्र  जैन, दिल्ली के श्रेंष्टि पंकज जैन विशाला ने किया। जैन पंचायत सभा के अध्यक्ष मुकेश जैन ढाना ने गुरुदेव के कृतित्व व्यक्तित्व के संदर्भ में अपने विचार रखें और भाग्योदय तीर्थ में बन रहे सर्वतोभद्र जिनालय की जानकारी दी।कार्यक्रम का संचालन सुरेंद्र मालथोन ने किया। 

कार्यक्रम के पश्चिमी महेश बिलहरा, संतोष घड़ी, देवेंद्र जेना, राजेश रोड लाइंस, आनंद स्टील, सटटू कर्रापुर, प्रदीप पडा, प्रकाश पारस,  जैन सोशल ग्रुप अर्हम, जैन सोशल ग्रुप मैत्री, अपराजित योद्धा संगठन, साम दाम दंड भेद, संजोग समिति सहित शहर के कई संगठनों के पदाधिकारी उपस्थित थे। आरती सजाओ प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार रामपुरा वांशुपूज्य जिनालय, द्वितीय पुरस्कार पार्श्व प्रगति महिला मंडल नमक मंडी, तृतीय पुरस्कार वर्धमान कॉलोनी और आदिनाथ मंदिर अप्सरा कंपाउंड महिला मंडल को प्राप्त हुआ निर्णायक एड  पीसी नायक, राजेश सिंघई और आशा जैन थी