पांढुर्णा: मध्य प्रदेश के पांढुर्णा जिले में सनसनी फैल गई है. पांढुर्णा में संचालित मातृ सेवा इंडिया नीति लिमिटेड संस्था के संचालक और 17 लाख की धोखाधड़ी के आरोपी समेत उसके परिवार के चार सदस्यों के शव मिले हैं. चारों की लाश महाराष्ट्र के नागपुर स्थित घर में मिली. आरोपी गणेश की जेब से सुसाइड नोट भी जब्त किया गया है. वह छिंदवाड़ा जेल से जमानत पर रिहा हुआ था.
मध्य प्रदेश के पांढुर्णा जिले में संचालित मातृ सेवा इंडिया नीति लिमिटेड संस्था के संचालक और धोखाधड़ी के आरोपी गणेश पचौरी का शव मिला है. उसके साथ-साथ गणेश के माता-पिता और भाई का भी शव फंदे से लटका हुआ पाया गया है, जिससे सनसनी फैल गई है. पुलिस को गणेश की जेब से एक सुसाइड नोट भी मिला है, जिसके आधार पर इसे सुसाइड केस माना जा रहा है.
घटना महाराष्ट्र में नागपुर के मोवाड़ गांव के वार्ड नंबर 5 की है. आरोपी गणेश की जेब से सुसाइड नोट मिला है, जिस आधार पर प्रथम दृष्टया इस मामले को सुसाइड बताया जा रहा है. वहीं, हैरान की बात ये है कि गणेश पचौरी के पिता विजय पचौरी, मां माला पचौरी और छोटा भाई दीपक पचौरी के हाथ बंधे हुए मिले हैं, जबकि आरोपी गणेश पचौरी के हाथ खुले हुए थे. सभी शवों को पोस्टमार्टम के लिए नागपुर मेडिकल कॉलेज भेजा गया है. नागपुर ग्रामीण अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गणेश धूमाल ने बताया कि चारों के शव फंदे से लटके मिले हैं. माता-पिता और भाई के हाथ बंधे मिले और गणेश पचौरी के हाथ खुले थे. प्रथम दृष्टया ये सुसाइड केस लग रहा है, लेकिन पुलिस हर एंगल से जांच कर रही है.
पुलिस अधीक्षक गणेश धूमाल ने बताया कि पांढुर्णा में संचालित मातृ सेवा इंडिया नीति लिमिटेड के संचालक गणेश पचौरी सहित अन्य तीन संस्था के कर्मचारियों पर 17 लाख की धोखाधड़ी के मामले में 14 फरवरी 2024 को धारा 420 ओर 120 बी के तहत केस दर्ज किया गया था. पांढुर्णा थाने में आरोपी गणेश पचौरी पर धोखाधड़ी का केस दर्ज होने के बाद उसे छिंदवाड़ा जेल भेजा गया था. कुछ दिन पहले वह जमानत पर बाहर आया था और तब से वह अपने गांव महाराष्ट्र के मोवाड में रह रहा था.