डायबिटीज यानी शुगर एक गंभीर समस्या बनती जा रही है। समय से इस समस्या का उपचार न करने या नजरअंदाज करने से किडनी, हार्ट और आंख आदि से जुड़ी दूसरी बीमारियां भी हो सकती हैं। एक्‍सपर्ट कहते हैं कि डायबिटीज से राहत पाने के लिए ब्लड शुगर को कंट्रोल करना बेहद जरूरी है। इसके लिए नियंत्रित लाइफस्टाइल और खानपान का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। आज हम आपको बतानें जा रहे ऐसी चीजों क बारें में जिनके जरिये ब्लड शुगर को कंट्रोल रखा जा सकता है।

हरी पत्तेदार सब्जियां:
ब्लड शुगर लेवल को कम करने में हरी पत्तीदार सब्जियां काफ़ी फायदेमंद मानी जाती हैं। इनमें कैलोरी और कार्बोहाइड्रेट कम मात्रा में होता है, जिससे ये ब्लड शुगर को समान्य रखने में कारगर साबित होती हैं। साथ ही, हरी सब्जियों में भरपूर मात्रा में फाइबर पाया जाता है, जो एक तरीके से शुगर को अवशोषित कर लेता है। ब्लड शुगर को कम करने के लिए पालक, मेथी और सहजन यानी ड्रमस्टिक जैसी सब्जियों को डाइट में जरूर शामिल करें। खासकर ड्रमस्टिक में एस्कॉर्बिक एसिड पाया जाता है, जो इंसुलिन (insulin) को बढ़ाता है और शुगर को कम करता है।

साबुत अनाज:
साबुत अनाज भरपूर मात्रा में फाइबर (fiber) और तमाम तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं। इनमें ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी कम होता है। ब्लड शुगर को कम करने के लिए ब्राउन राइस, रागी और राई बेहद असरदार हैं। इन सभी अनाजों में से रागी बेस्ट है। क्योंकि यह ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस के उच्च स्तर को और सूजन को कम करता है। जो आगे चलकर ब्लड शुगर को कंट्रोल करता है।

बेरी:
स्ट्रॉबेरी, ब्लूबेरी, ब्लैकबेरी यानी जामुन और रसबेरी एंटी-ऑक्सिडेंट से भरपूर होते हैं। इनमें विटामिन C भी अच्छी मात्रा में पाया जाता है, जिससे ब्लड शुगर कम रहता है। साथ ही, ब्लैकबेरी ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को भी कम करता है।

बीन्स:
सभी तरह के बीन्स ग्लाइसेमिक इंडेक्स (glycemic index) को कम करते है। ग्लाइसेमिक इंडेक्स की बात करें तो सोयाबीन में 15, राजमा में 28 और छोले में 33 होता है। हालांकि कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट(complex carbohydrates) की वजह से यह धीरे-धीरे पचते हैं और ब्लड शुगर को ज्यादा नहीं बढ़ने देते।

किन चीज़ों को नहीं खाना चाहिए:
सफेद चावल
सफेद ब्रेड
सीताफल
रिफाइन चीनी
कोई भी मीठी ड्रिंक या खाना
पैक्ड फूड

नोट- उपरोक्‍त दी गई जानकारी व सुझाव सामान्‍य जानकारी के लिए हैं इन्‍हें किसी प्रोफेशनल डॉक्‍टर की सलाह के रूप में न समझें। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।