इंदौर। दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के साथ आम आदमी पार्टी (आप) के करीब 30 बागी कार्यकर्ताओं ने आज शुक्रवार को यहां धक्का-मुक्की कर उन्हें पार्टी के कार्यकर्ता सम्मेलन में जाने से रोकने का प्रयास किया।
सिसोदिया इस सम्मेलन में भाग लेने के लिए रानी सती कॉलोनी के एक सभागृह परिसर में अपनी गाड़ी से जैसे ही नीचे उतरे, आप के बागी कार्यकर्ताओं ने उन्हें घेर लिया और उग्र तेवर दिखाते हुए उसी वक्त बातचीत पर अड़ गए।
जब मनीष सिसोदिया ने इस बागी गुट से बात नहीं की, तो उनके साथ धक्का-मुक्की कर उन्हें रोकने की कोशिश की गई। हालांकि, आप पदाधिकारी सिसोदिया को इस आक्रोशित समूह से जैसे-तैसे बचाते हुए सभागृह में आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में ले गए।
बागी कार्यकर्ताओं में शामिल सतीश शर्मा ने कहा, “प्रदेश में आप को प्राइवेट लिमिटेड कम्पनी की तरह चलाया जा रहा है। समर्पित कार्यकर्ताओं को अनुशासनहीनता के झूठे आरोप लगाकर दल से बाहर निकाला जा रहा है।” उन्होंने कहा, “हम सिसोदिया के सामने इंसाफ की गुहार लगाना चाहते थे, लेकिन हमें उनसे मिलने नहीं दिया गया।’’
उधर, सिसोदिया ने आरोप लगाया कि भाजपा और कांग्रेस के इशारे पर उनके सामने यह हंगामा किया गया। उन्होंने कहा,”जब-जब आम आदमी पार्टी आगे बढ़ती दिखती है, तब-तब कुछ लोगों को बरगलाकर इस तरह के हंगामे कराये जाते हैं। दिल्ली में भी इस तरह की हरकतें हो चुकी हैं।”
आप के संस्थापक सदस्यों में शामिल कुमार विश्वास के नित नए बयान देकर पार्टी नेतृत्व पर सवाल उठाने के बारे में पूछे जाने पर सिसोदिया ने कटाक्ष किया कि हिन्दी के मशहूर कवि की यह बयानबाजी उन्हें “अच्छी” लग रही है। उन्होंने यह भी बताया कि मध्यप्रदेश में महिलाओं के खिलाफ अपराधों में इजाफे, कृषि क्षेत्र के संकट और बिजली की महंगी दरों जैसे मुद्दों को लेकर आप द्वारा पांच दिसंबर को भोपाल में विधानसभा परिसर का घेराव किया जाएगा।
सिसोदिया ने आरोप लगाया कि शिवराज सिंह चौहान सरकार आप के प्रदेश संयोजक आलोक अग्रवाल को फर्जी मामलों में गिरफ्तार कर लगातार जेल में रखने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा, “अगर चौहान को आगामी विधानसभा चुनावों में भाजपा की हार के डर से बचना है, तो उन्हें अपनी गलतियों को सुधारना चाहिये। अगर आप के नेताओं को झूठे मामलों में फंसाया जायेगा, तो उनके खिलाफ जनता का गुस्सा बढ़ जाएगा।”