वैसे तो व्‍यक्ति स्‍वास्‍थ्‍य संबंधी कई समस्‍याओं का सामना करना पड़ सकता है । ऐसी ही एक समस्‍या है जुकाम वैसे तो आमतौर पर जुकाम (common cold) होने पर कई लोग दवा तो ले लेते हैं लेकिन इस दौरान वे इस बात का ध्यान रखना भूल जाते हैं कि उन्हें क्या खाना है और क्या नहीं खाना है। वे दवाओं के साथ ऐसी चीजों का सेवन करते जाते हैं जो उन्हें नुकसान तो पहुंचाती ही है, साथ ही उनके जुकाम (cold) को और भी बढ़ा देती है। उन्हें बलगम की समस्या होने लगती है इसलिए जुकाम में बहुत जरूरी है कि कई सारी चीजों का सेवन न किया जाए।

जुकाम (cold) होने पर गरमा-गरम सूप पीने का बहुत मन होता है। क्रीम आधारित सूप बलगम को गाढ़ा करता है और सर्दी और फ्लू के लक्षणों को बढ़ा सकता है इसलिए सामान्य सूप का सेवन ऐसे समय पर ज्यादा न करें और बहुत ज्यादा मन यदि हो रहा है तो घर पर बने बिना क्रीम के सूप का सेवन करें।

बेक किया भोजन एक तरह से वसा होता है, जो कि बेहद धीमी गति से पचता है। यह गले में खराश तो पैदा करता ही है, साथ ही शरीर में अतिरिक्त चर्बी बढ़ाने का कार्य भी करता है। ज्यादा बेक्ड फूड खाने से कई बार आवाज भी बैठ जाती है और इससे गले में दर्द (Throat pain) भी पैदा होता है।

दूध, दही, मक्खन जैसे दुग्ध उत्पाद ठंडे और गाढ़े होते हैं, जो कफ बढ़ाते हैं। यदि सर्दी-जुकाम (cold) है तो दूध और इससे बने उत्पादों का सेवन न करें नहीं तो जुकाम (cold) और भी बढ़ सकता है। यदि दवा लेने के लिए दूध का प्रयोग कर रहे हैं तो कम ही मात्रा में सेवन करें।

यदि सर्दी या फ्लू है, तो मसालेदार भोजन से परहेज करें। लाल मिर्च, काली मिर्च और लाल मिर्च पाउडर से विशेष रूप से बचें। ये सर्दियों के दौरान स्वास्थ्य समस्याओं को बढ़ा सकते हैं। सादा और हल्का भोजन ही खाएं। मसालेदार भोजन आपके गले (Throat pain) को बार- बार नुकसान पहुंचाएगा।

जुकाम (cold) होने पर लोग चाय-कॉफी का सेवन ज्यादा मात्रा में करने लगते हैं। लेकिन इसमें मौजूद कैफीन की अधिक मात्रा मूत्रवर्धक की तरह काम करती है। इस वजह से बार-बार पेशाब आने की समस्या होती है जिससे शरीर में पानी की कमी हो सकती है और फिर पेट से जुड़ी बीमारियों के होने की संभावनाएं बढ़ जाती है।

जुकाम (cold) होने पर शक्कर का सेवन बहुत कम कर देना चाहिए। अधिक मात्रा में शक्कर का सेवन प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर कर सकता है इसलिए शक्कर को कम से कम मात्रा में खाना ही आपके लिए बेहतर विकल्प है अन्यथा ये गले में खराश (Throat pain) आदि जैसी समस्याओं को और भी बढ़ा देता है।

नोट – उपरोक्त दी गई जानकारी व सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं इन्हें किसी प्रोफेशनल डॉक्टर की सलाह के रूप में न समझें । कोई भी बीमारी या परेंशानी हो तो डॉक्टर की सलाह जरूर लें ।