आयकर (आईटी) विभाग ने पनामा पेपर लीक मामलों में कर की चोरी की अपनी जांच के सिलसिले में मंगलवार को दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में 25 से अधिक स्थानों पर छापे मारे। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी।
सूत्रों ने बताया कि आईटी टीमों ने तीन व्यावसायिक समूहों के यहां छापे मारे। ये समूह धातु और खाद्य प्रसंस्करण, वित्तीय सेवाओं और टायरों के व्यवसाय से जुड़े हैं। उन्होंने बताया कि विभाग ने दिल्ली, गाजियाबाद और फरीदाबाद में चल रहे छापों के दौरान अब तक चार करोड़ रुपये की नकदी और आभूषण बरामद किए हैं। इसके अलावा कई दस्तावेज, कम्प्यूटर हार्ड डिस्क और सीडी भी जब्त की गयी हैं। व्यावसायिक समूहों के नाम और संपर्क पनामा दस्तावेजों में है और यह भी पता लगाया गया कि इन संस्थाओं ने अपने वास्तविक कारोबार और आय को ‘बहुत अधिक छिपाया।
सूत्रों ने बताया कि छापे और सर्वेक्षण अभियानों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में कम से कम 25 स्थानों पर छापे मारे गये। केन्द्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने हाल में कहा था कि पनामा पेपर्स लीक मामलों की जांच में 792 करोड़ रुपये की अज्ञात धनराशि का पता चला था और तेजी के साथ जांच चल रही है।