छतरपुर। बमीठा थाना क्षेत्र में कुएं में गिरी 10 की बच्ची को बचाने के लिए मां भी कुएं में कूद गई, जिससे दोनों की डूबने से मौत हो गई। कमलेश की 26 वर्षीय पत्नी पूर्णमा 10 माह की बच्ची को लेकर खेत पर निदाई कर रही थी। 4 से 5 बजे करीब बच्ची खेलते खेलते कुआं में गिर गई, बच्ची को कुआं में गिरते देख, मां भी कुएं में कूद गई।
पति कमलेश जब काम से लौटा घर पर पत्नी एवं बच्ची के नहीं मिलने पर कमलेश खेत पर गया। कुएं में देखा तो बच्ची का शव में तैर रहा था। पत्नी की चप्पलें पानी मे उतरा रही थी। रात्रि में ही बमीठा पुलिस को सूचना दी गई। बच्ची के शव को बाहर निकाल लिया।
जब सुबह तक पूर्णमा शव नहीं मिला तो एसडीआरएफ की टीम ने मौके पर जाकर कुआं में रेस्क्यू कर पूर्णमा के शव को बाहर निकाला। एफएसएल की टीम भी मौके पर पहुंच गई थी। नवविवाहिता की मौत होने के कारण नायव तहसीलदार बसारी ने मौके पर जाकर मुआयना कर जांच की। थाना प्रभारी मोहर सिंह सिकरवार ने पुलिस बल के साथ दोनों शव बाहर निकलवाकर पीएम के लिये राजनगर भेजा गया। जिला प्रशासन के निर्देश के बाद भी खुले पड़े कुओं की मुंडेर नहीं बनाई गई। अगर मुंडेर बनी होती तो यह हादसा नहीं होता और मां बेटी आज जिंदा होती, लेकिन बिना मुंडेर के कुओं को सुरक्षित कराने के प्रति ध्यान तक नहीं दिया गया।