ऊना: पंजाब के होशियारपुर के जेजों में रविवार को फ्लैश फ्लड की चपेट में आने से मौत की आगोश में सोए एक ही परिवार से संबंधित 8 लोगों के अंतिम संस्कार मंगलवार सुबह हिमाचल और पंजाब की सीमा पर स्थित ऐतिहासिक धार्मिक स्थल बभौर साहब के श्मशान घाट पर किया गया. बेहद गमगीन माहौल के बीच जिला के देहलां और भटोली गांव से सभी 8 आर्थियों को निकाला गया और मृतकों के अंतिम विदाई पर निकलने के समय दोनों जगह पर चीख-पुकार का माहौल रहा. मौके पर स्थानीय विधायक सतपाल सिंह सत्ती, पूर्व विधायक सतपाल सिंह रायजादा और खंड विकास अधिकारी किशोरी लाल वर्मा सहित हजारों की संख्या में लोग मौजूद रहे.
मृतकों में देहलां निवासी सुरजीत कुमार, उनकी धर्मपत्नी परमजीत कौर, बेटा गगन, लापता भाई स्वरूप चंद की पत्नी बलविंदर कौर, बेटे नितिन, जबकि भटोली की अंकिता, भावना और उनके छोटे भाई हरमीत का अंतिम संस्कार किया गया. देहलां में रहने वाली दो बहनों सहित उनके परिवार की करीब पांच अर्थियां एक साथ शमशान भूमि पहुंचाई गई. दोनों के बेटों ने अपने-अपने परिजनों को मुखाग्नि दी. दूसरी तरफ, भटोली के रहने वाले तीन सगे भाई बहनों को अंतिम विदाई के लिए एक साथ चिता बनाई गई, जिन्हें उनके पिता ने बेहद गमगीन माहौल के बीच पंचतत्व के सुपुर्द किया.
इससे पूर्व, बेहद गमगीन माहौल के बीच सभी की आर्थियों को घरों से निकाला गया. तीन बहनें परमजीत कौर, बलविंदर कौर और सुरेंद्र कौर अपने परिवारों के साथ शादी समारोह में भाग लेने के लिए गाड़ी में सवार होकर पंजाब के माहिलपुर जा रही थी. इसी दौरान रास्ते में फ्लैश फ्लड की चपेट पर आने से उनकी गाड़ी जलधारा के साथ बह गई. हादसे के दौरान केवल परमजीत के बेटे दीपक को ही बचाया जा सका, जबकि जीजा साली लापता हैं. इस दौरान स्थानीय विधायक सतपाल सिंह सत्ती और पूर्व विधायक सतपाल सिंह रायजादा भी अंतिम संस्कार में पहुंचे.
पूर्व विधायक सतपाल सिंह रायजादा ने कहा कि केवल मात्र पीड़ित परिवारों के लिए ही नहीं, बल्कि हम सबके लिए बेहद दुख की घड़ी में खड़े हैं.स्थानीय विधायक का सतपाल सिंह सत्ती ने कहा कि इन पीड़ित परिवारों का दुख असहनीय है. इस हादसे में तीन परिवार तो ऐसे हैं, जिनका अब मात्र एक-एक सदस्य ही बचा है. उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवारों के साथ पूरा समाज खड़ा है. इससे पहले, सोमवार को डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री और पूर्व सीएम जयराम ठाकुर ने भी परिजनों से मुलाकात की थी.