टीकमगढ़। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव आज टीकमगढ़ और श्योपुर जिले के दौरे पर हैं। पहले वे टीकमगढ़ पहुंचे और यहां आयोजित कार्यक्रम में लाड़ली बहनों से राखी बंधवाई। उनके साथ केंद्रीय मंत्री डॉ वीरेंद्र कुमार भी मौजूद रहे। सीएम इसके बाद श्योपुर में आयोजित कार्यक्रम में लाड़ली बहना योजना के तहत 1250 रुपये किश्त के खातों में जमा करेंगे। इस बार लाड़ली बहनों को रक्षाबंधन के उपहार स्वरुप 250 रुपये भी उनके खातों में भेजे जाएंगे।
सबसे पहले सीएम ने यहां उनके स्वागत के लिए मौजूद कलाकारों के साथ मोनिया नृत्य किया। इसके बाद यहां लाड़ली बहनों द्वारा लगाए गए स्टाल में पहुंचे। लाड़ली बहनों को झूला झुलाकर सीएम ने गिफ्ट भी दिए। सीएम ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा टीकमगढ़ का नाम भगवान श्री कृष्ण के नाम पर आधारित है। अब सावन में यहां झूले भी पड़े। प्रदेश के कुछ जिले मेरे लिए विशेष हैं, जिनमे एक टीकमगढ़ शामिल है। टीकमगढ़ को सबकुछ मिलेगा।
सीएम ने कहा, हमने कांग्रेस के समय सुना ही था कि बुंदेलखंड में कुछ नहीं है। लेकिन अब केन-बेतवा लिंक परियोजना से सिंचाई होगी। उन्होंने कहा कि जमीन मत बेचना, कर्जा ले लेना। मध्य प्रदेश कृषि में अब पंजाब व हरियाणा को पीछे छोड़ देगा। आज सावन के इस कार्यक्रम में आज यहां से पूरे प्रदेश में लाड़ली बहना योजना की किश्त के साथ उपहार की राशि डाली जा रही है।
सीएम डॉ. मोहन यादव ने कहा, जल्द टीकमगढ़ को मेडिकल कॉलेज बनेगा। हर जिले में रोजगार देने के लिए उद्योग स्थापित करेंगे। जिनके घर में पशु पालन होता है, उन्हें भी दूध खरीदने पर बोनस देगे। घर मे पैसे आने का दरवाजा बड़ा व जाने का छोटा करना है। उन्होंने कहा हाथ जोड़कर निवेदन करता हूं कि कार्यक्रम छोटा करो, शिक्षा मंत्री रहते हुए मेरे परिवार में मैंने 200 लोगों को बुलाकर ब्राह्णण भोज कराया। जमीन बेचकर बड़ा कार्यक्रम मत करो।
2.11 लाख से ज्यादा लाडली बहनों के खातों में रुपये आ रहे हैं। कुंडेश्वर, बगाज माता व विंध्यवासिनी मां की कृपा से रेडीमेड गारमेंट क्षेत्र में 10 से 15 हजार लाड़ली बहनों को काम दिलाने की योजना सरकार बना रही है। केंद्रीय मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार ने कहा रक्षाबंधन का पावन पर्व प्रारंभ हो गया है। यह उत्साह का क्षण है। रजिस्ट्री के साथ नामांतरण करने की शुरुआत सीएम ने की है, जो अच्छा है। उन्होंने कहा कि बान सुजारा बांध से पीने के पानी के साथ बल्देवगढ़ क्षेत्र के 30 गांव वंचित हैं, जिन्हें सिचाई के लिए जोड़ा जाए।
मेडिकल कॉलेज का कार्य शीघ्र ही शुभारंभ किया जाए। बड़ागांव में महाविद्यालय खोले जाने की मांग की गई। टीकमगढ़ के गौ अभ्यारण बनाने की स्वीकृति भोपाल से शीघ्र दी जाए। शहर के हाइवे मार्गों को नगर पालिका से फिर पीडब्ल्यूडी को दिया जाए।