क्या कोई माता-पिता अपने बेटे की हत्या कर सकते हैं? क्या माता-पिता अपने ही बेटे को दर्दनाक मौत दे सकते हैं? अगर आपका जवाब नहीं में है तो आपको असम के करीमगंज जिले से आई इस सनसनीखेज वारदात को एक बार जानना चाहिए। करीमगंज जिले से एक परेशान करने वाली घटना सामने आई है। यहां माता-पिता ने अपने 32 साल के बेटे को पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया। इतना नहीं, दोनों ने उसका शव जलाकर तालाब में फेंक दिया। घटना की खबर लगते ही गांव में सनसनी फैल गई।

रिपोर्ट के मुताबिक, 71 वर्षीय व्यक्ति और उसकी 55 वर्षीय पत्नी को इस केस में गिरफ्तार किया गया है। दोनों पर आरोप है कि उन्होंने मानसिक रूप से बीमार अपने 32 वर्षीय बेटे की पीट-पीटकर हत्या कर दी। यह घटना शुक्रवार शाम की बताई जा रही है। हालांकि मृतक का शव बाद में तालाब में तैरता हुआ मिला। इसके कुछ देर बाद ही एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ जिसमें आरोपी माता-पिता अपने बेटे को डंडे से पीटते नजर आ रहे हैं।

मृतक की पहचान सुहैल अहमद के तौर पर हुई है जो कि करीमगंज के खुद पुरहुरिया इलाके का रहने वाला था। यह जगह भारत-बांग्लादेश इंटरनेशनल बॉर्डर क करीब है। बताया जा रहा है कि पीड़ित लंबे समय से अपने माता-पिता के साथ ही घर में रहता था। स्थानीय लोगों ने बताया कि सुहैल किसी मानसिक समस्या से जूझ रहा था ऐसे में उसके अजीब बर्ताव से घरवाले तंग आ गए थे। उन्होंने बताया कि सुहैल ने शुक्रवार को अपने ही घर में आग लगाने की कोशिश की थी जिसके बाद उसके पेरेंट्स एकदम भड़क गए और उसकी पिटाई करने लगे।

स्थानीय लोगों के मुताबिक, सुहैल की काफी देर तक डंडे से पिटाई की गई। इसके बाद उसका कुछ पता नहीं चला। रात करीब 10 बजे उसका जला हुआ शव तालाब मे तैरता दिखाई दिया। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को बाहर निकाला गया। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो को उन्होंने देखा है। हालांकि आरोपी पेरेंट्स का दावा है कि वीडियो काफी पुराना है। ऐसे में पूरे मामले की जांच शुरू कर दी गई है।