छतरपुर । मध्य प्रदेश के छतरपुर में एक बड़ा हादसा हुआ है। घर के भीतर बने पुराने कुएं में चार लोग हथौड़ी निकालने के लिए उतरे थे। कुएं में उतरे सभी लोगों की एक-एक कर मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि चारों लोग कुएं की सफाई कर हथौड़ी की तलाश कर रहे थे। दम घुटने की वजह से सभी की मौत हुई है। सालों से उस कुएं की सफाई नहीं हुई थी। मृतकों में एक ही परिवार के 3 पिता-पुत्र और भतीजे की मौत हुई है। बताया जा रहा है कि कुएं में जहरीली गैस का रिसाव हो रहा था। सभी के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। घटना गड़ीमलहरा थाना क्षेत्र के ग्राम कुर्राहा की है। मृतकों के नाम अल्ताफ, मुन्ना कुशवाहा, असलम और बशीर है।
जानें कैसे हुई घटना
जानकारी के मुताबिक, कुछ मजदूर कुएं के ठीक पास बन रहे मकान में काम कर रहे थे। कारीगर मुन्ना कुशवाहा (45) के हाथ से हथौड़ी छूटकर कुएं में गिर गई। हथौड़ी को लेने मुन्ना कुएं में उतरा। लौट कर नहीं आया। इसके बाद मकान मालिक शेख वसीर (60) कुएं में उतरा। वो भी लौटकर नहीं आया। शेख वसीर का बेटा शेख असलम (37) और भतीजा अलताब (21) भी कुएं में गए। वे भी लौटकर नहीं आए। चारों की मौत हो गई।
सुबह 9 बजे हुआ हादसा
कुर्राहा गांव निवासी शेख वशीर के घर पर निर्माण कार्य किया जा रहा है। शुक्रवार की सुबह 9 बजे निर्माण कार्य के दौरान 45 वर्षीय मिस्त्री मुन्नालाल कुशवाहा के हाथ से हथौड़ी संकरे कुएं में गिर गई। मुन्ना लाल पिता रामदयाल हथौड़ी उठाने कुएं में उतरा, लेकिन 15 मिनट तक लौटकर नहीं आया और न ही आवाद देने पर कोई जवाब दे रहा था। तब 60 वर्षीय शेख वशीर पिता शेख रज्जाक कुएं में उतरे, लेकिन वे भी लौटकर नहीं आए, तो दोनों को देखने के लिए शेख वशीर के 37 वर्षीय पुत्र शेख असलम कुएं में उतरे, लेकिन वे भी लौटकर नहीं आए। तब इसी परिवार के 21 वर्षीय शेख अल्ताफ पिता शेख मुस्लिम भी कुएं में उतरे लेकिन वे भी लौटकर नहीं आए। न ही आवाज देने पर कोई रिप्लाई दे रहा था।
मौके पर पहुंची सिर्फ पुलिस
घबराकर परिजनों ने पुलिस व एंबुलेंस को फोन लगाया। पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन कुएं में जहरीली गैस की आशंका में फिर कोई कुएं में नहीं उतरा। पुलिस व ग्रामीणों ने कुएं से बाल्टी निकालते में इस्तेमाल होने वाले कांटे की मदद से चारों को वेसुध हालात में बाहर निकाला और तुरंत जिला अस्पताल लाया गया। अस्पताल पहुंचते तक 10.30 बज गए। ड्यूटी डॉक्टर आशीष शुक्ला ने चेकअप कर सभी को मृत घोषित कर दिया। डॉक्टर ने बताया कि किसी जहरीली गैस के कारण दम घुटने से मौत हुई है। पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। रिपोर्ट आने पर मौत की वजह साफ हो पाएगी। परिजन रसीद खान ने बताया कि एंबुलेंस व पुलिस को फोन किया, पुलिस तो आ गई, लेकिन एंबुलेंस नहीं आई। चारों को निकालकर जिला अस्पताल में लाने में समय लग गया। जिससे चारों की मौत हो गई।
10 साल से ढका था कुंआ
शेख वशीर के घर के आंगन में स्थिति संकरा कुंआ सूखा होने के कारण पिछले दस साल से ढका हुआ था। निर्माण कार्य के दौरान कुएं को ढकने के लिए रखी चीप खिसक गई। जिससे उसमें जगह बनने से कारीगर की हथौड़ी फिसलने पर कुएं में जा गिरी। इसी हथौड़ी को निकालने के लिए कारीगर उतरा और उसके बाद एक-एक कर तीन और लोग उतरे, जिनकी मौत हो गई।
पूरा गांव हो गया इकट्ठा
चारों काफी देर तक जब कुएं से बाहर नहीं आए तो घर के अंदर से कुछ अन्य लोग बाहर निकले। आसपास के लोगों को बुलाया और चीख-पुकार मच गई। गांव के लोगों की भीड़ मौके पर लग गई। 100 डायल और एंबुलेंस को फोन किया। पुलिस पहुंची और चारों शवों को कुएं से बाहर निकलवाया। बताया जा रहा है कि तीन साल पहले कुआं चीप से बंद कर दिया था। कुएं में जहरीली गैस के कारण दम घुटने से 4 लोगों की मौत गई।
कटनी में हुई थी चार किसानों की मौत
सात दिन पहले कटनी में ऐसी ही घटना हुई थी। 26 जुलाई को सबमर्सिबल पंप डालने कुएं में उतरे चार किसानों की जहरीली गैस से मौत हुई थी। चाचा-भतीजा सहित चार की दम घुटने से हुई मौत के बाद गांव में हड़कंप मच गया था। पुलिस और एनडीआरएफ ने रेस्क्यू ऑपरेशन कर सभी को बाहर निकाला था। दर्दनाक घटना कटनी के जुहली गांव में हुई थी।