छतरपुर । मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के घुवारा क्षेत्र के गांव कुटोरा के पास धसान नदी में अचानक बाढ़ आ जाने से नदी के उस पार गए 48 चरवाहे और मजदूर बाढ़ में फंस गए। बताया जा रहा है कि नदी के टापू नुमा स्थान पर मंदिर भी है। मंदिर पर निर्माण कार्य चल रहा था। मजदूर वहां अपने मवेशी चराने के लिए नदी को पार कर के गए थे। अचानक धसान नदी में उफान आ गया। इससे टापू पर 58 लोग फंस गए।

बताया जाता है कि दोपहर 1:00 बजे से 58 लोग नदी के उस पार टापू नुमा स्थान पर फंस गए। इस घटना की सूचना प्रशासन को दी गई। हालांकि रेस्क्यू टीम लगभग शाम 5:00 बजे के बाद पहुंची। इसके बाद लगभग मजदूर और चरवाहों को रेस्क्यू कर के सुरक्षित नदी के इस पार लाया गया। बचाव अभियान एनडीआरएफ की टीम की ओर से चलाया गया।

इस दौरान मौके पर बड़ा मलहरा एसडीएम प्रशांत अग्रवाल और एसडीओपी रोहित के साथ प्रशासन के कई अधिकारी मौजूद रहे। एक अधिकारी ने घटना के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि धसान नदी में यह टापू जिला मुख्यालय से 90 किलोमीटर दूर कुटोरा गांव के पास स्थित है। सब डिविजनल मजिस्ट्रेट प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि लोग टापू पर नरसिंह मंदिर के दर्शन करने आए थे।

अचानक नदी में बाढ़ आ गई जिससे पानी का स्तर बढ़ने लगा और मजदूर टापू पर ही फंसे रह गए। इसके बाद एनडीआरएफ को घटना की जानकारी दी गई। सूचना मिलने के बाद एनडीआरएफ की एक टीम मौके पर अपने साजो सामान के साथ पहुंची। टीम की ओर से रात तक बचाव अभियान चला। आखिरकार टीम ने रात आठ बजे तक टापू पर फंसे सभी लोगों बचा लिया।